सोनीपतःराजनीतिक रसूख रखने वाले लोग खाली पड़ी सरकारी जमीनों को तहसीलदारों से मिलीभगत (fraud registry in sonipat) कर धोखाधड़ी से अपने नाम करवा लेते हैं. ऐसे ही आईटीआई चौक पर स्थित सरकारी जमीन को कांग्रेस नेता ने तत्कालीन अधिकारियों के साथ मिलकर अपने नाम करा लिया. मामला अब उच्च अधिकारियों के संज्ञान में आया तो कांग्रेस नेता हरेंद्र सैनी निवासी कबीरपुर, रामचंद्र, मामन, सतवीर व रणधीर समेत कई लोगों पर धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज किया गया है.
धोखाधड़ी से सरकारी जमीन की रजिस्ट्री कराने के आरोप में कांग्रेस नेता पर एफआईआर - etv haryana latest news
सोनीपत में कांग्रेस नेता हरेंद्र सैनी, तत्कालीन तहसीलदार के साथ ही नायब तहसीलदार पर मुकदमा दर्ज हो गया है. आरोप है कि इन सभी ने मिलीभगत करके आईटीआई चौक पर पड़ी सरकारी जमीन की धोखाधड़ी से रजिस्ट्री करवाई है.
थाना प्रभारी सिविल लाइन सवित कुमार ने बताया कि धोखाधड़ी से रजिस्ट्री करने वाले तत्कालीन तहसीलदार विकास, नायब तहसीलदार बलवान सिंह, नगर निगम के सहायक अभियंता देवेंद्र, पटवारी राजेंद्र सिंह और गिरदावर सुरेश कुमार पर भी एफआईआर हुई है. सिविल लाइन थाना पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की धारा 420, 409, 467, 468, 471 व 120 बी के तहत मुकदमा दर्ज कर लिया है. थाना प्रभारी ने बताया कि सरकारी जमीन को कमर्शियल दिखा कर रजिस्ट्री करवाई गई थी जिसमें मुकदमा दर्ज हुआ है.
माना जा रहा है कि इस जमीन की रजिस्ट्री कराने में अधिकारियों को मोटी रिश्वत दी गई. पूरे मामले पर सरकार की नजर है और कांग्रेस नेताओं (case against tehsildar in sonipat) सहित धोखाधड़ी में शामिल अधिकारियों पर शिकंजा कसने वाला है. मामले की गहनता से पुलिस जांच कर रही है और जल्द ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जा सकता है. हरियाणा की तहसीलों में धोखाधड़ी से रजिस्ट्री के मामले सरकार के संज्ञान में आए थे और उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने मामलों की जांच करवाने के आदेश दिए थे. अभी तक प्रदेश में धोखाधड़ी के ऐसे मामलों में मुकदमे दर्ज हो चुके हैं.