रोहतक: हेल्थ यूनिवर्सिटी के मानसिक स्वास्थ्य संस्थान में कथित यौन शोषण के मामले में जांच के लिए वीरवार को हरियाणा राज्य महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ रोहतक पहुंची. दरअसल संस्थान की एक छात्रा ने वरिष्ठ चिकित्सक डॉ. राजीव डोगरा पर कई तरह से आरोप लगाए हैं. इस मामले में आयोग की सदस्य ने डॉक्टर डोगरा से पूछताछ की. अब दोबारा दोनों पक्षों को 13 अगस्त को जांच में शामिल होने के लिए बुलाया गया है.
मानसिक स्वास्थ्य संस्थान से जुड़े हुए इस मामले की शुरूआत पिछले साल हुई थी. संस्थान की क्लीनिकल साइकोलाॅजी की 8 छात्राओं ने एचओडी डॉ. राजीव डोगरा पर परेशान होने का आरोप लगाते हुए हड़ताल कर दी थी. इसके बाद हेल्थ यूनिवर्सिटी ने अपने स्तर पर भी जांच शुरू की. इस बीच वार्षिक परीक्षाएं हुई तो शुरूआत में सभी छात्राओं को वेबसाइट पर पास दर्शाया गया.
यौन शोषण मामले की जांच के लिए महिला आयोग पहुंचा रोहतक हेल्थ यूनिवर्सिटी. करीब एक सप्ताह बाद दोबारा परिणाम अपलोड किया गया जिसमें एक छात्रा को फेल दिखा गया. इसके बाद इस मामले में दोबारा हेल्थ यूनिवर्सिटी प्रशासन को शिकायत दी गई और आरोपों के घेरे में डॉ. राजीव डोगरा ही थे. बाद में ये मामला हरियाणा राज्य महिला आयोग तक भी पहुंचा.
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राज्य महिला आयोग की सदस्य नम्रता गौड़ ने माना कि शुरूआती जांच में लगता है कि संस्थान की ओर से गड़बड़ी रही है. छात्रा को पहले पास और फिर फेल दिखा दिया गया. उन्होंने कहा कि इस मामले में डॉ. राजीव डोगरा की भूमिका भी संदिग्ध नजर आती है. वहीं, डॉ. डोगरा ने खुद पर लगे तमाम आरोपों से इंकार किया है. उनका कहना है कि परीक्षा परिणाम से उनका कोई लेना-देना नहीं है और यौन शोषण के आरोप भी गलत हैं.