रोहतक:प्रदूषण को लेकर रोहतक प्रशासन शख्त हो गया है. इसका असर ये हुआ कि जहां हरियाणा में पराली जलाने के 7 हजार मामले सामने आए हैं तो वहीं रोहतक में कुल 11 मामले दर्ज किए गए हैं.
रोहतक उपायुक्त आरएस वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर जानकारी दी कि किसानों को जागरूक करने के लिए 147 नोडल अधिकारियों की निगरानी में 34 सेक्टर बनाए गए हैं जिसके तहत प्रत्येक गांव में चार अधिकारी पराली जलाने को लेकर निगरानी रखेंगे. साथ ही रोहतक में धुंआ निकालने वाली फैक्ट्री अभी बंद की गई हैं.
पराली जलाने को लेकर रोहतक उपायुक्त आरएस वर्मा ने दी जानकारी. रोहतक उपायुक्त ने बताया कि रोहतक में कुल 19 जगह पर पराली जलाई गई, जिसमें 11 पर मामला दर्ज किया गया है. इसके अलावा 9 किसानों पर एफआईआर दर्ज की गई है, जिसमें से एक किसान को गिरफ्तार भी किया गया है. आने वाले समय में एनजीटी की ओर से जो निर्देश मिलेंगे उसी तरह की कार्रवाई की जाएगी.
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गौरतलब है कि प्रशासन की नजरों से बचने के लिए किसानों ने पराली जलाने का अलग तरीका खोज लिया है. अब किसान दिन की बजाए देर रात को पराली जलाते हैं, जिससे प्रदूषण लगातार फैल रहा है.