रोहतक:हरियाणा में विधानसभा चुनाव सिर पर हैं, लेकिन राजनीतिक गलियारों में बगावत का सिलसिला थमने का नाम ही नहीं ले रहा है. पहले इनेलो के कई नेताओं ने पार्टी को टाटा बोल दिया और अब कांग्रेस की अंदरूनी कलह से कई नेताओं ने पार्टी को अलविदा कह दिया. इसी कड़ी में कांग्रेस से 6 बार विधायक रहे वरिष्ठ नेता संपत सिंह ने सोमवार को पार्टी छोड़ दी और मंगलवार को बीजेपी ज्वाइन करने का ऐलान कर दिया.
पूर्व मंत्री संपत सिंह बीजेपी में शामिल अमित शाह की मौजूदगी में हुए बीजेपी में शामिल
वरिष्ठ कांग्रेसी नेता एवं प्रदेश के पूर्व मंत्री संपत सिंह आज केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की महम रैली में बीजेपी के हो गए. अमित शाह ने आज उन्हें बीजेपी ज्वाइन करवाई है. आपको बता दें कि काफी दिनों से संपत सिंह के बीजेपी में शामिल होने की चर्चाएं चल रही थी, जिसपर अब जाकर मुहर लग गई.
उम्मीदवारी न दिए जाने पर छोड़ी कांग्रेस पार्टी
आपको बता दें कि संपत सिंह कांग्रेस की तरफ से उम्मीदवारी नहीं दिए जाने से पार्टी नेतृत्व से नाराज चल रहे थे और पूर्व मुख्यमंत्री भजन लाल के बेटे कुलदीप बिश्नोई पर निशाना साधते हुए संपत सिंह ने कहा था कि, जिस परिवार को चुनावों में मैंने पटखनी दी थी, उसी परिवार ने मेरी टिकट कटवा दी' पार्टी से बगावत का झंडा बुलंद कर चुके संपत सिंह रविवार को रोहतक में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर से भी मिले थे. हालांकि उस वक्त शर्तों पर बात नहीं बनी थी, पर अब बन गई है.
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तीनों लालों के साथ किया काम
दरअसल संपत सिंह ऐसे नेता हैं, जिन्होंने प्रदेश के तीन लाल देवीलाल, बंसीलाल और भजन लाल के साथ काम किया है. प्रदेश के गृहमंत्री और वित्तमंत्री जैसे बड़े पदों पर रह चुके हैं. इतना ही नहीं नलवा विधानसभा से जहां से उनका टिकट काटा गया, वहां से भजन लाल की पत्नी जसमा देवी को बड़े अंतर से हरा चुके हैं.
- संपत सिंह ने 1982 में पहली बार जनता पार्टी की टिकट से भट्टूकलां से विधानसभा चुनाव लड़ा था
- संपत 1982, 1987, 1991, 1998, 2000 में भी विधानसभा चुनाव लड़े और जीत हासिल की
- 1991 से 1996 तक उन्होंने नेता प्रतिपक्ष की भूमिका भी निभाई
- 2009 में उन्होंने कांग्रेस की टिकट पर चुनाव जीता