रोहतक: रूस और यूक्रेन के बीच छिड़े युद्ध (Russia ukraine war) के दौरान यूक्रेन में मेडिकल की पढ़ाई करने गए कई भारतीय छात्र वहां फंसे हुए हैं. कुछ छात्रों की वतन वापसी (Indian student airlift) भी हुई है. उनमें हरियाणा के रोहतक शहर की श्याम कॉलोनी का छात्र सौरव राठी (rohtak students return from kyiv) भी शामिल है. सौरव एक दिन पहले यानी गुरुवार को यूक्रेन से लौटा है. ऐसे में ईटीवी भारत ने सौरव से बातचीत कर वहां के हालात की जानकारी ली.
यूक्रेन में हालात खराब-ईटीवी भारत से बातचीत करते हुए सौरव राठी ने बताया कि करीब दो साल पहले यूक्रेन की एक यूनिवर्सिटी में एमबीबीएस में दाखिला लिया था. कोविड के दौरान वह एक बार रोहतक आया था, लेकिन सितंबर 2021 में दोबारा यूक्रेन चला गया था. रूस के यूक्रेन पर हमला करने के बाद वहां हालात खराब हो गए हैं. यूक्रेन के विभिन्न शहरों में एमबीबीएस की पढ़ाई करने के लिए हजारों की संख्या में भारतीय विद्यार्थी गए हुए हैं. जिनमें हरियाणा के विद्यार्थियों की संख्या भी करीब 2 हजार हैं.
कई गुणा महंगी मिल रही टिकट-सौरव राठी ने बताया कि यूनिवर्सिटी बंद होने के बाद ऑनलाइन पढ़ाई शुरू हुई तो सभी विद्यार्थियों ने घर वापसी के लिए प्रयास शुरू कर दिए, लेकिन हवाई जहाज में वापसी की टिकट कई गुणा महंगी तक मिल रही थी. पहले जो टिकट करीब 30 से 40 हजार के बीच मिल जाते थे, हालात खराब होने के बाद वहीं, टिकट के दाम दो लाख के करीब पहुंच गए. किसी तरह भारत जाने वाली आखिरी फ्लाइट में टिकट मिली और उसकी घर वापसी हो सकी.
डरे हुए हैं भारतीय छात्र-कुछ दिन पहले तक सब कुछ सामान्य था, लेकिन अब वहां अफरा-तफरी का माहौल है. बमबारी की वजह से भारतीय छात्र डरे हुए हैं. स्टूडेंट वहां पर बंकरों में रह रहे हैं. कुछ विद्यार्थी पश्चिम बार्डर की ओर जा रहे हैं. कुछ तो बॉर्डर पार कर पोलैंड भी चले गए हैं. ऐसे हालात में भारतीय विद्यार्थी डरे हुए हैं. भारत में रहने वाले उनके माता-पिता भी चिंतित हैं. हालांकि लगातार मोबाइल फोन के माध्यम से संपर्क हो रहा है. इसके बावजूद बहुत ज्यादा डर का माहौल है. यूक्रेन में एटीएम बंद हैं और नकदी निकल नहीं रही है. भारतीय विद्यार्थी भारतीय दूतावास के भी लगातार संपर्क में हैं. दूतावास की ओर से सुरक्षित घर वापसी का भरोसा दिया जा रहा है.