रोहतक: कोविड़-19 की वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए पीजीआईएमएस में भी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं. इस वैक्सीन का पशुओं पर ट्रायल हो चुका है जिसके परिणाम अच्छे आए हैं और यह वैक्सीन सुरक्षित है. अब इसका इंसानों पर परीक्षण किया जाएगा जिसके लिए वॉलिंटियर का डाटा कलेक्ट किया जा रहा है. ह्यूमन ट्रायल के लिए रोहतक पीजीआईएमएस को 64 लोगों की स्वीकृति मिल गई है.
ह्यूमन ट्रायल को लेकर पीजीआईएमएस की टीम उत्साहित
इस बारे में वैक्सीन ट्रायल टीम की प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर और कोऑर्डिनेटर डॉ. सविता वर्मा ने बताया कि ट्रायल के लिए उन्हें 64 लोगों की स्वीकृति मिल गई है. सबके ब्लड सैंपल लेकर इनका टेस्ट किया जाएगा. जो व्यक्ति स्वस्थ होंगे उन्हें ही ट्रायल में शामिल किया जाएगा. ट्रायल का काम एक सुरक्षित जगह पर किया जाएगा, जहां आईसीयू और आपत्कालीन सुविधाएं उपलब्ध होंगी. डॉक्टरों को उम्मीद है कि इस वैक्सीन के उत्साहवर्धक परिणाम मिलेंगे.
'कोवैक्सीन' के ट्रायल को लेकर रोहतक PGIMS के डॉक्टर्स की टीम उत्साहित, देखिए ये रिपोर्ट. उन्होंने बताया कि इस वैक्सीन का पशुओं पर ट्रायल हो चुका है जिसके परिणाम अच्छे आए हैं और यह वैक्सीन सुरक्षित है. अब इसका आदमियों पर परीक्षण किया जाएगा जिसके लिए वॉलिंटियर का डाटा कलेक्ट किया जा रहा है. उन्हें उम्मीद है और वह उत्साहित भी हैं कि कोरोना को खत्म करने के लिए भारत में बनने वाली पहली एंटी कोरोना वैक्सीन के अच्छे परिणाम मिलेंगे. रोहतक पीजीआईएमएस को वैक्सीन की ट्रायल की स्वीकृति मिलने के बाद समाचार पत्रों में वॉलिंटियर के लिए इस्तेहार दिया गया था.
ट्रायल में शामिल लोगों के लिए मानक किए गए हैं तय
वहीं इस ट्रायल में लोगों को शामिल करने के लिए क्या मानक तय किए गए हैं इस बारे में पीजीआईएमएस कोविड-19 वैक्सीन ट्रायल टीम के कोऑर्डिनेटर डॉ रमेश वर्मा ने बताया कि इस ट्रायल में केवल उन्हीं लोगों को शामिल किया जाएगा जो स्वस्थ होंगे, जिन्हें किसी प्रकार की बीमारी नहीं होगी. इस ट्रायल में 18 वर्ष से लेकर 55 वर्ष के स्वस्थ लोगों को शामिल किया जा रहा है. यह ट्रायल दो चरणों में किया जाएगा और इसकी अवधि 6 महीने की रहेगी. 13 संस्थान में लगभग 50 लोगों पर यह ट्रायल होगा. उन्होंने बताया कि ट्रायल के लिए उनकी टीम ने सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. अब उन्हें वैक्सीन मिलने का इंतजार है.
पीजीआईएमएस की टीम जल्द वैक्सीन बनने की उम्मीद
बता दें कि, भारत बायोटेक ने 'कोवैक्सीन' नाम की एंटी कोरोना वैक्सीन के ह्यूमन ट्रायल के लिए पंजीकरण शुरू कर दिए हैं. बीती तीन जुलाई को 'कोवैक्सीन' के 15 अगस्त तक आने का एलान किया गया था. आईसीएमआर और भारत बायोटेक इसका मानव परीक्षण कर रहे हैं. 15 अगस्त से पहले वैक्सीन का मानव परीक्षण पूरा हो सकता है. अधिकारियों ने बताया था कि अगर परीक्षण हर चरण में सफल होता है तो 15 अगस्त तक कोरोना की वैक्सीन बाजार में आ जाएगी. वहीं एंटी कोरोना वैक्सीन को लेकर रोहतक पीजीआईएमएस की ट्रायल टीम भी उत्साहित और उन्हें उम्मीद है कि भारत में बनने वाली इस पहली एंटी कोरोना वैक्सीन के अच्छे परिणाम मिलेंगे और इससे कोरोना को खत्म करने में कामयाबी मिलेगी.
ये भी पढ़ें-कोरोना अपडेट: राज्य में संक्रमित मरीजों का आंकड़ा 18 हजार के पार