रोहतक: बीते 3 सितंबर को महर्षि दयानंद यूनिवर्सिटी में फायरिंग (Firing in Rohtak MDU) करने वाले मुख्य आरोपी और उसके साथ को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. दोनों आरोपियों को बुधवार को कोर्ट में पेश कर पुलिस रिमांड पर लिया जाएगा. फायरिंग की वारदात को अंजाम देने के बाद आरोपी हिमाचल प्रदेश फरार हो गए थे. पुलिस की प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि पैसों के लेनदेने को लेकर फायरिंग की गई थी. इस वारदात में 4 युवक घायल हो गए थे. फायरिंग के दिन ही हरियाणा के गवर्नर बंडारू दत्तात्रेय एमडीयू आए हुए थे. उनके जाने के बाद यह वारदात (Firing accused arrested in Rohtak) हुई थी.
सूचना मिलने के बाद पुलिस मौके पर पहुंची थी. रिठाल गांव के रहने वाले विजय की शिकायत के आधार पर केस दर्ज किया गया था. जांच में सामने आया कि विजय का खेड़ी महम के रहने वाले दीपक के साथ पैसों का लेन-देन है. दीपक, विजय को पैसे देने के लिए कई बार समय दे चुका था. 3 सितंबर को दीपक ने विजय को पैसों के हिसाब के लिए रोहतक मिलने के लिए बुलाया था. कुछ देर बाद आसन गांव के रहने वाले सुशील ने विजय को कॉल कर एमडीयू बुलाया था. वहां लाइब्रेरी के पास एक गाड़ी में अमित उर्फ मोनू, विकास फौजी और एक अन्य युवक दीपक के साथ गाड़ी में बैठे हुए थे.
दीपक ने विजय को भी गाड़ी में बैठा लिया. अमित उर्फ फौजी ने विजय को कहा कि दीपक पैसे नहीं देगा. फिर विजय ने अपने जानकार हर्ष को भी वहां बुला लिया. हर्ष के साथ उसके दोस्त कुलदीप और विदित भी आ गए, जिसके बाद विजय, सुशील, हर्ष और उसके दोस्तों के साथ बात करने लग गया. तभी विजय को गोली चलने की आवाज सुनाई दी. विजय ने देखा कि अमित उर्फ मोनू अपने हाथ में ली हुई पिस्तौल से उन पर फायरिंग कर रहा है. विजय के दोस्त सुशील के हाथ और कुलदीप के पैर पर गोली लगी, विदित और हर्ष भी घायल हो गए. विजय के शोर मचाने पर दीपक और अन्य युवक मौके से फरार हो गए, जबकि गोली लगने से घायल हुए हर्ष, विदित, कुलदीप व सुशील को इलाज के लिए पीजीआईएमएस में दाखिल कराया गया.
एसपी उदय सिंह मीना ने मामले की गंभीरता को देखते हुए अपराध जांच शाखा प्रथम को जांच सौंपी. जांच प्रभारी अनेश कुमार ने बताया कि पुलिस टीम ने फायरिंग के मुख्य आरोपी बलियाना निवासी अमित और खेड़ी महम निवासी दीपक को चंडीगढ़ से गिरफ्तार कर लिया है. हालांकि वारदात में शामिल अन्य आरोपी फिलहाल फरार हैं. आरोपियों को पनाह देने और आर्थिक सहायता करने वाले युवक संदीप को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका है.
जांच प्रभारी ने बताया कि वारदात को अंजाम देने के बाद (Rohtak Maharishi Dayanand University) आरोपी हिमाचल प्रदेश के मणिकर्ण, कसोल और कलंगा चले गए थे. आरोपी अमित का पुराना आपराधिक रिकॉर्ड रहा है. उसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, मारपीट, अवैध हथियार रखने के कई केस दर्ज है. अमित ने अपने ही गांव के सब-इंस्पेक्टर कीयमुनानगर में गोली मारकर हत्या कर दी थी. जिस कारण उसे उम्रकैद की सजा हुई थी.
फिलहाल वह जमानत पर बाहर था और सजा के खिलाफ हाईकोर्ट में अपील दायर कर रखी है. इसके अलावा आरोपी अन्य मामलों में भी गिरफ्तार हुआ था. करीब एक महीने पहले ही जमानत पर जेल से बाहर आया है. आरोपी के भाई विकास उर्फ विक्की की फरवरी 2021 मे बलियाणा गांव में गोली मारकर हत्या कर दी थी. विकास उर्फ विक्की के खिलाफ भी करीब एक दर्जन आपराधिक केस दर्ज थे. अमित ने गांव और आसपास के एरिया में अपना दबदबा बनाने और दहशत फैलाने के लिए एमडीयू में फायरिंग (Firing at Maharishi Dayanand University) कर जानलेवा हमला करने की वारदात को अंजाम दिया. आरोपी दीपक के साथ विजय का पैसे का लेनदेन था.