रेवाड़ी: रहस्मय ढंग से लापता हुए रक्षा मंत्रालय के क्लर्क सुभाष की बरामदगी के बाद एसआईटी जांच में कई चौंकाने वाले खुलासे हुए (SIT investigation Defense Ministry Clerk Case) है. जांच में सामने आया कि उसके खाते से जो 21 लाख रुपये की ट्रांजेक्शन हुई वो 3 महीने के दौरान उसने ऑनलाइन एप पर खेले जुए में लुटाई थी. देनदारी का दबाव बढ़ने लगा तो उसने यह कहानी रच दी.
बता दें कि रेवाड़ी के धामलावास गांव का रहने वाला सुभाष रक्षा मंत्रालय में क्लर्क के पद पर कार्यरत है. 30 सितंबर को वह रोजाना की तरह ड्यूटी जाने के लिए घर से स्कूटी लेकर निकला था लेकिन रात तक ना वापस घर आया और ना ही वह ड्यूटी पर गया. परिजनों ने उसकी तलाश की तो स्कूटी गांव के बस स्टैंड पर खड़ी मिली. स्कूटी की डिग्गी में एक डायरी भी पाई गई जिसमें सुभाष ने लिखा हुआ था कि उससे पैसों की डिमांड की जा रही है. रक्षा मंत्रालय से संबंधित जानकारी भी मांगी जा रही है साथ ही एक शख्स का नाम भी उस डायरी में लिखा था. इससे पहले दिन में उसके खाते से 21 लाख रुपये ट्रांजेक्शन होने की जानकारी पुलिस के हाथ लग गई थी.
सुभाष ने पुलिस को बताया कि 30 सितंबर को वह दिल्ली जाने के लिए बस में सवार हुआ था लेकिन पुलिस लाइन के पास बस से उतर कर पैदल लिंक रास्ते पर जा रहा था. तभी एक कार में सवार लोगों ने उसका अपहरण कर (Clerk Kidnaping Case SIT Investigation) लिया. इसके बाद उसे अज्ञात जगह ले जाकर बंधक बना लिया गया. किसी तरह वह रविवार की रात आरोपियों के चंगुल से छुटा और पैदल ही केएमपी से होते हुए धारूहेड़ा पहुंचा था. सुभाष की सुनाई कहानी से पुलिस को शुरू से ही शक हो रहा था.
3 महीने में जुए में हारा 21 लाख- एसआईटी के इंचार्ज बनाए गए डीएसपी सुभाष ने बताया कि क्लर्क के खातों की जांच की तो पता चला कि वह 21 लाख रुपए 3 माह के अंदर ऑनलाइन एप पर गेम (game on online app) खेलने में हार गया. क्लर्क ने पूछताछ में यह भी बताया कि स्कूटी की डिग्गी में मिली डायरी भी उसने ही लिखी थी. हालांकि अभी भी क्लर्क अपने अपहरण की कहानी बता रहा है.
डीएसपी ने कहा कि खातों की डिटेल के बाद एक बात साफ है कि मामला हनीट्रैप का नहीं है. वहीं उसके अपहरण होने की बात की गहराई से जांच की जा रही है. हो सकता है कि देनदारी से बचने के लिए उसने खुद के अपहरण की झूठी कहानी रची हो, इसलिए गहनता से जांच की जा रही है.
गृहमंत्रालय की टीम भी पहुंची थी रेवाड़ी- क्लर्क सुभाष के गायब होने और बरामद डायरी में रक्षा मंत्रालय से संबंधित जानकारी मांगने जैसी बात सामने आने के बाद पुलिस महकमें में भी हड़कंप मच गया था. इसीलिए एसपी ने एसआईटी गठित की. मामला गृह मंत्रालय तक पहुंचा, जिसके बाद एक टीम दिल्ली से जांच के लिए रेवाड़ी पहुंची. हालांकि अगले ही दिन सुभाष की धारूहेड़ा से बरामदगी के बाद मामले की परतें उठनी शुरू हो गई थी. पुलिस सूत्रों के अनुसार क्लर्क का अपहरण भी नहीं हुआ. उसने देनदारी से बचने के लिए ही ये सारी कहानी गढ़ी थी. हालांकि अभी पुलिस क्लर्क से पूछताछ करने में जुटी है.