रोहतक: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागरिकता संशोधन कानून को लेकर रविवार को दिल्ली में हुई रैली के दौरान विपक्षी पार्टियों को कठघरे में खड़ा कर दिया और बड़े-बड़े आरोप लगाए. हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री व प्रतिपक्ष नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने उन आरोपों पर पलटवार किया है.
पीएम मोदी के आरोपों पर किया पलटवार
पूर्व सीएम हुड्डा ने कहा कि कांग्रेस पार्टी हिंसा की पक्षधर नहीं है. ये पार्टी महात्मा गांधी द्वारा दिए गए अहिंसा के सिद्धांत से निकलकर बनी है. केंद्र सरकार को चाहिए कि आरोप लगाने के बजाय इस कानून के संबंध में लोगों के मन में जो भी संशय है उसका जवाब दे.
पीएम मोदी के आरोपों पर पूर्व सीएम हुड्डा का पलटवार, सुनिए क्या कहा. कांग्रेस और बाकी दलों पर लगाए थे कई आरोप
गौरतलब है कि दिल्ली में हुई रैली के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने भी विपक्षी पार्टियों पर आगजनी और हिंसा को लेकर सवाल खड़े किए थे और कहा था कि कांग्रेस और उसके साथी, शहरों में रहने वाले कुछ पढ़े लिखे नक्सली-अर्बन नक्सल, ये अफवाह फैला रहे हैं कि सारे मुसलमानों को डिटेंशन सेंटर में भेज दिया जाएगा. नागरिकता संशोधन बिल के पास होने के बाद कुछ राजनीतिक दल तरह-तरह की अफवाहें फैलाने में लगे हैं, लोगों को भ्रमित कर रहे हैं, भावनाओं को भड़का रहे हैं.
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झारखंड के चुनाव परिणाम बीजेपी के लिए आईना
वहीं झारखंड के चुनावी नतीजों को लेकर हुड्डा ने कहा कि जिस तरह के नतीजे सामने आ रहे हैं, उससे झारखंड में कांग्रेस के गठबंधन की सरकार बनना तय है. साथ ही उन्होंने कहा कि हरियाणा ,महाराष्ट्र और अब झारखंड के परिणामों ने दिखा दिया है कि भाजपा का जादू देश से खत्म हो चुका है. भले ही लोकसभा चुनाव में बीजेपी को पूर्ण बहुमत मिल गया हो, लेकिन राज्यों के मुद्दे केंद्र के मुद्दों से अलग होते हैं और वह इन चुनावी नतीजों से तय हो गया है.
हुड्डा ने हरियाणा सरकार को घेरा
भूपेंद्र हुड्डा ने हरियाणा सरकार पर भी सवाल उठाते हुए कहा कि 5 साल प्रदेश में भाजपा की सरकार रही लेकिन इस दौरान बेरोजगारी व क्राइम के मामले में हरियाणा नंबर एक पर पहुंच गया है. 2012 में कांग्रेस शासनकाल के दौरान बेरोजगारी की दर हरियाणा में लगभग 3% थी लेकिन बेरोजगारी दर 28% तक पहुंच गई है. उन्होंने दुष्यंत चौटाला को भी करारा जवाब देते हुए कहा कि वे बखूबी जानते हैं के विपक्ष के नेता के तौर पर उन्हें अपनी ड्यूटी किस तरह से निभानी है. दुष्यंत चौटाला केवल अपना काम देखें.
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