पानीपत:नगर निगम द्वारा कूड़ा अलग करने को लेकर जेबीएम कंपनी को 27 करोड़ रुपये का टेंडर दिया गया है. इस टेंडर के वर्क ऑर्डर भी आ चुके हैं और काम भी शुरु हो चुका है, लेकिन हैरान करने वाली ये है कि पानीपत नगर निगम मेयर अवनीत कौर, पानीपत विधायक प्रमोद विज, निगम के पार्षदो को इस टेंडर बारे में कोई जानकारी नहीं है.
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पानीपत के निम्बरी गांव में सालों से शहर का कूड़ा डाला जा रहा है. वहीं एनजीटी के आदेश पर कूड़ा अलग किए जाने के आदेश दिए गए हैं. साइंटिफिक डिस्पोजल सिस्टम से कूड़े को अलग किया जाएगा. वहीं निगम ने इसके लिए 27 करोड़ रुपये का टेंडर देकर वर्क ऑर्डर भी जारी कर दिया है.
पानीपत में कूड़ा अलग करने के लिए 27 करोड़ का टेंडर जारी वहीं बड़ी बात ये है कि इससे पहले 47 करोड़ रुपये का टेंडर हुआ था. जिसे हाउस में पार्षदों ने रद्द कर दिया था. अब 27 करोड़ के टेंडर की बात सामने आई है. जिसके बाद सभी पार्षद नाराज दिखाई दे रहे हैं. पार्षदों का आरोप है कि 47 करोड़ का टेंडर निगम हाउस द्वारा रद्द कर दिया गया था. फिर किस आधार पर चुपके से अफसरों ने 27 का टेंडर दे दिया.
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पानीपत विधायक का कहना है कि उन्हें इस टेंडर के बारे में कोई जानकारी नहीं है.यहां तक कि पानीपत की मेयर अवनीत कौर को भी इस बारे में कोई जानकारी नहीं है. लेकिन हैरान करने वाली बात यह है कि 27 करोड़ रुपये का टेंडर दे दिया गया और उसके वर्क आर्डर भी जारी कर दिए गए. लेकिन मेयर विधायक और पार्षदों को इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है.