पानीपत: हरियाणा से बेटियां खेल के क्षेत्र में लगातार सामने आ रही है. इन बेटियों की कहानी भी प्रेरित करने वाली होती है. ऐसी ही कहानी है पानीपत की बेटी प्रीति त्यागी की. गांव सनोली कला की रहने वाली प्रीति त्यागी, जिन्होंने 2 साल पहले पॉवर लिफ्टिंग खेल की शुरुआत की औरर दो साल में कड़ी मेहनत के चलते 3 नेशनल मेडल हासिल किए.
कई बार चोटिल होने के बाद भी इस प्रतिभाशाली खिलाड़ी ने कभी हिम्मत नहीं हारी. अभ्यास के दौरान कंधे में फ्रैक्चर भी हुआ जिसके बाद ऑपरेशन करवाना पड़ा. इसके बाद दूसरे हाथ में भी फ्रैक्चर हो गया और इस हाथ का भी ऑपरेशन करवाना पड़ा, लेकिन प्रीति ने हिम्मत नहीं हारी. आज वे सनोली क्षेत्र की लड़कियों को अभ्यास करवा रही हैं और उनकी रोल मॉडल हैं.
पॉवर लिफ्टिंग खिलाड़ी ने चोटिल होने के बाद भी नहीं मानी हार, अब बच्चों को दे रही प्रशिक्षण प्रीति ने सरकार से अपील की है कि सरकार खिलाड़ियों को सरकारी नौकरी दे और आर्थिक मदद करे जिससे खिलाड़ियों का हौसला बढ़े और प्रतिभाशाली खिलाड़ी अभर कर सामने आएं. प्रीति गांव से 3 किलोमीटर दूर जिम में जमकर अभ्यास करती हैं और साथ ही गांव की लड़कियों को भी खेल के प्रति प्रोत्साहित कर रही हैं. पॉवर लिफ्टिंग की खिलाड़ी प्रीति त्यागी दिन में 6 घंटे कड़ी मेहनत करती हैं. अब इस खिलाड़ी का सपना वर्ल्ड चैम्पियनशिप में मेडल हासिल कर देश का नाम रोशन करने का है.
प्रीति की उपलब्धियां -
- 2019 में नार्थ इंडिया पॉवर लिफ्टिंग चैंपियनशिप में 360 किलोग्राम भार उठा पहला गोल्ड मेल्ड जीता था.
- 2019 में केरल में आयोजित जूनियर नेशनल में 480 किलोग्राम भार में सिल्वर मेडल जीता.
- 2020 भिवानी में आयोजित नार्थ इंडिया पॉवर लिफ्टिंग चैम्पियनशिप में 490 किलोग्राम भार उठा गोल्ड पर कब्जा किया.
- प्राइवेट ओपन चैंपियनशिप में अब तक 20 मेडल जीते.
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