पानीपतः टोक्यो ओलंपिक (tokyo olympic) में भारत को गोल्ड मेडल दिलाने वाले नीरज चोपड़ा (neeraj chopra) अपने गांव वापस आने वाले हैं. जहां उनका बेसब्री से इंतजार हो रहा है. जेवलिन थ्रो (javelin throw) में पहली बार भारत को गोल्ड मेडल (gold medal) हासिल कराने वाले नीरज चोपड़ा अब तक दिल्ली में ही थे, क्योंकि उनके बहुत सारे कार्यक्रम थे जिनमें उन्हें शामिल होना था. वो पहले राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (president ramnath kovind) से मिले फिर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी(narendra modi) से मिले. इसके अलावा स्वतंत्रता दिवस पर वो मुख्य अतिथियों में से एक थे. इन्हीं सब व्यस्तताओं के चलते नीरज चोपड़ा अब तक अपने गांव नहीं जा पाए हैं.
नीरज चोपड़ा भारत को भाला फेंक खेल में गोल्ड दिलाने वाले पहले खिलाड़ी हैं. इससे पहले भी उनके नाम कई रिकॉर्ड हैं. वो एशियन गेम्स में भी भारत को गोल्ड दिला चुके हैं. नीरज चोपड़ा हरियाणा के पानीपत में गांव खंडरा के एक छोटे से किसान परिवार में पैदा हुए थे और बचपन में उनका वजन काफी था. वजन कम करने ही वो स्टेडियम गए थे जहां से उन्हें खेलने का चस्का लगा और अब उन्होंने ओलंपिक में देश के लिए सोना जीत लिया. जिसके बाद वो पहली बार हरियाणा आ रहे हैं. जहां नीरज चोपड़ा के जोरदार स्वागत की तैयारी है.
नीरज चोपड़ा की चाची ईटीवी भारत के साथ बातचीत में पहले ही कह चुकी हैं कि वो स्पेशल मलाई खिलाकर नीरज का स्वागत करेंगी. इसके अलावा नीरज के चाचा ने भी कहा था कि भतीजे के लिए सरप्राइज प्लान किया है. परिवार के अलावा पूरा पानीपत और हरियाणा अपने चैंपियन बेटे का बेसब्री से इंतजार कर रहा है.