पानीपत: जब भी देश और दुनिया में खेलों की बात की जाती है तो हरियाणा के खिलाड़ियों का नाम सबसे ऊपर आता है. हरियाणा के खिलाड़ियों ने यह नाम यूं ही नहीं कमाया, बल्कि कड़ी मेहनत और जज्बे से अपने प्रदेश को इस काबिल बनाया है कि आज हर किसी के जहन में हरियाणा के खिलाड़ियों का ही नाम है. हाल ही में बर्मिंघम में हुए कॉमनवेल्थ गेम्स (Commonwealth Games 2022) में देश में हरियाणा के खिलाड़ियों के नाम सबसे ज्यादा मेडल रहे.
पहले हरियाणा के खिलाड़ियों से मेडल की ज्यादा आस कुश्ती और बॉक्सिंग में ही की जाती थी. अब इन दोनों खेलों के अलावा भी हरियाणा के खिलाड़ी गोल्ड जीतकर इतिहास रच रहे हैं. इनमें से एक हैं भारत के स्टार एथलीट नीरज चोपड़ा. टोक्यो ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतर नीरज चोपड़ा ने इतिहास रचा. जिसके बाद प्रदेश के युवा अब दूसरे खेलों को छोड़कर जेवलिथ थ्रो की प्रैक्टिस कर रहे हैं. नीरज चोपड़ा ने टोक्यो ओलंपिक में 87.58 मीटर दूर भाला फेंककर गोल्ड मेडल (neeraj chopra gold medal tokyo olympics) जीता था.
जैवलिन थ्रो खिलाड़ियों की संख्या में इजाफा:हरियाणा के खिलाड़ियों का नाम पहले कुश्ती और बॉक्सिंग में लिया जाता था. टोक्यो ओलंपिक में नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra at Tokyo Olympics) के गोल्ड मेडल जीतने के बाद हरियाणा के जैवलिन थ्रो के खिलाड़ियों की संख्या में लगातार इजाफा हो रहा है. पानीपत में जैवलिन थ्रो के खिलाड़ी अब सबसे ज्यादा उभरकर सामने आ रहे हैं. नीरज चोपड़ा जिस स्टेडियम पर प्रैक्टिस किया करते थे, उस स्टेडियम में आज बहुत से खिलाड़ी जैवलिन थ्रो की प्रैक्टिस करते नजर आ रहे हैं. नीरज चोपड़ा (Neeraj Chopra) के गोल्ड मेडल जीतने के बाद कुछ खिलाड़ियों ने तो आपने गेम को बदलकर जैवलिन स्टिक (Javelin players in Haryana) हाथ में थाम ली है और वह थोड़े ही समय में अच्छा प्रदर्शन भी कर रहे हैं.