पंचकूला:पिंजौर शहर बढ़ती जनसंख्या और साथ ही लगते हिमाचल के बद्दी और परवाणु के भारी वाहनों के ट्रैफिक की आवाजाही के वजह से बुरे दौर से गुजर रहा है.
जाम की वजह से मुश्किल में पड़े लोग
एक तरफ तो यहां पर एचएमटी जैसे बड़े उद्योग बंद होने से लोग बेरोजगारी झेल रहे हैं. दूसरा यहां पिछले कई सालों से लगातार चली आ रही जाम की समस्या से व्यापारी,कारोबारी और दुकानदार भारी मंदी झेल रहे है. स्थानीय लोगों के लिए इस जाम की स्थिति में अपने घरों से काम पर जाना और वापस आना एक बहुत बड़ी मुसीबत है.
हादसे में कई लोगों की जा चुकी जान
इस जाम के कारण आए दिन होने वाले हादसों में कई लोग अपनी जान गवां चुके हैं.
कुछ साल पहले ही करवाया गया बाइपास का निर्माण
अभी कुछ साल पहले पंचकूला से शिमला जाने के पिंजौर-कालका बायपास का निर्माण किया गया था. लेकिन उससे भी इस जाम की समस्या का कोई हल नही हो पाया.
'ट्रैफिक टाइम में नो एंट्री सिस्टम'
इस जाम की समस्या बारे पिंजौर थानाध्यक्ष से बात की गई तो उन्होंने बताया कि ये समस्या पिछले कई सालों से है. जिसके लिए पुलिस प्रशासन द्वारा ज्यादा ट्रैफिक घंटों में नो एंट्री सिस्टम रखा गया है. उस समय में भारी वाहनों के शहर में आने पर रोक लगी है.