पंचकूला: हरियाणा जेबीटी 2012 के कुछ अभ्यर्थियों जो आज भी ज्वॉइनिंग से वंचित हैं. उन अभ्यर्थियों ने अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू कर दिया है. जानकारी के मुताबिक 12731 में से 835 वंचित जेबीटी के अभ्यर्थियों ने पात्र अध्यापक संघ के बैनर तले पंचकूला में शुक्रवार को अनिश्चितकालीन आमरण अनशन शुरू किया है.
जेबीटी अभ्यर्थियों ने शुरू किया अनिश्चितकालीन आमरण अनशन सरकार और विभाग की तरफ से बार-बार नियुक्ति का आश्वासन मिलने के बाद भी अभी तक इन अध्यापकों को नियुक्ति नहीं मिली है. जिसके चलते करीब 835 जेबीटी अभ्यर्थी पिछले 5 साल से मानसिक और आर्थिक प्रताड़ना झेल रहे हैं.
जेबीटी के वेटिंग उम्मीदवार यूनियन के अध्यक्ष संजय तालु ने बताया कि मुख्यमंत्री ने रोहतक में जनसभा करके ये कहा था कि उन्होंने 12 हजार से अधिक जेबीटी अध्यापकों को ज्वॉइनिंग दे दी है. जबकि आज भी अध्यापकों को ज्वॉइनिंग नहीं मिल पाई है.
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संजय तालु ने बताया कि 10 मई 2018 को शिक्षा मंत्री रामबिलास शर्मा ने 15 दिन के अंदर नियुक्ति का आश्वासन दिया था लेकिन डेढ़ साल बीत जाने के बाद भी आज तक उन्हें नियुक्ति नहीं मिली है. संजय तालु ने बताया कि सभी जेबीटी अध्यापकों को नियुक्ति देने का आदेश पास हुआ था, लेकिन सरकार और विभाग के द्वारा किसी भी आदेश को लागू ना करते हुए अभी तक कहीं जेबीटी अध्यापकों को ज्वॉइनिंग से वंचित रखा गया है.
जेबीटी के वेटिंग उम्मीदवार यूनियन के अध्यक्ष संजय तालु ने कहा कि आने वाले दिनों में हरियाणा में विधानसभा के चुनाव हैं और चयनित उम्मीदवारों को आचार संहिता का डर सता रहा है. उन्होंने कहा कि जेबीटी उम्मीदवारों ने ठान लिया है कि वो भूखे मर जाएंगे लेकिन अपनी नौकरी के लिए आखिरी दम तक लड़ेंगे जिसके चलते जेबीटी अध्यापकों ने आमरण अनशन शुरू किया है.
आपको बता दें कि 12731 जेबीटी उम्मीदवारों में से 9431 जेबीटी उम्मीदवारों ने ही ज्वॉइनिंग की है और रेगुलर आधार पर 902 को एडॉक पर ज्वॉइनिंग दी गई है जबकि 835 जेबीटी अध्यापक अभी भी ज्वॉइनिंग से बाहर है.