कुरुक्षेत्र:हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधन एक्ट 2014 को सुप्रीम कोर्ट ने मंगलवार को मंजूरी दे दी. इस फैसले के साथ ही ये तय हो गया कि हरियाणा में गुरुद्वारों का प्रबंधन अब हरियाणा गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी करेगी. अभी तक सभी गुरुद्वारों की कमान शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एचजीपीसी) अमृतसर के पास है. सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद हरियाणा में एक बार फिर सिख राजनीति गर्मा गयी है. बुधवार को हरियाणा से HSGPC का सिख जत्था और हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के पूर्व उपाध्यक्ष जगदीश झींडा कुरुक्षेत्र के छठी पातशाही (gurdwara chhathi patshahi) गुरुद्वारे पहुंचे.
छठी पातशाही गुरुद्वारे पर सुरक्षा- जगदीश झींडा ने छठी पातशाही गुरुद्वारे में गुरु की अरदास करने के बाद तुरंत निकल गये. सूत्रों के मुताबिक पंजाब से SGPC के लोग भी छठी पातशाही गुरुद्वारे पहुंच रहे हैं. दोनो संगठनों के बीच किसी भी टकराव को रोकने के लिए पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है. सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किये गये हैं. कुरुक्षेत्र के छठी पातशाही गुरुद्वारे पर भारी पुलिस बल तैनात (Police deployed at the chhathi Patshahi Gurdwara) किया गया है. यहां पर दो थाने के एचएचओ, दोनो सीआईए के इंचार्ज और 50 से ज्यादा पुलिसकर्मी यहां तैनात किये गये हैं.
अलर्ट पर हरियाणा पुलिस- सरकार ने सभी सुरक्षा एजेंसियों और पुलिस को अलर्ट कर दिया है. सुरक्षा के मद्देनजर पुख्ता प्रबंध किये गये हैं. कुरुक्षेत्र का छठी पातशाही गुरुद्वारा हरियाणा के सबसे बड़े गुरुद्वारों में शामिल है. हरियाणा के सिख प्रबंधन कमेटी ने पंजाब की कमेटी से अलग होने का संघर्ष इसी गुरुद्वारे से शुरु किया था. 2014 में हरियाणा के गुरुद्वारों का प्रबंधन अपने हाथ में लेने के लिए हरियाणा सिख गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी ने संघर्ष शुरू किया था. हरियाणा के कई गुरुद्वारों में प्रबंधन की कमान लेने के लिए HSGPC और SGPC के बीच खूनी संघर्ष भी हुआ था.
हरियाणा के गुरुद्वारों के लिए अलग प्रबंधन कमेटी बनाने के लिए पहली लड़ाई कुरुक्षेत्र के छठी पातशाही गुरुद्वारे से शुरु हुई थी. इसी वजह से एक बार फिर यहां गतिविधियां बढ़ गई हैं. सुप्रीम कोर्ट का फैसला आने के बाद एक बार फिर ये गुरुद्वारा नई सरगर्मियों का केंद्र बन सकता है. इसी को देखते हुए यहां पर पुलिस बल तैनात किया गया है.