करनाल: पिछले कई दिनों से करनाल सहित पूरे हरियाणा में गर्मी कहर बरपा रही है. लू के थपेड़ों (heat wave in haryana) ने आम जन जीवन बेहाल कर दिया है. करनाल जिले में तो पारा 47 डिग्री तक पहुंच चुका है. लू की चपेट में आकर लोग बीमार भी हो रहे हैं. ऐसे में सेहत का ध्यान रखना जरूरी है. आयुर्वेदिक मेडिकल ऑफिसर डॉ मीनाक्षी ने लोगों को सलाह दी है कि गर्मी के मौसम में लोगों को लू लगने से डिहाइड्रेशन, चक्कर आना, चिड़चिड़ापन, हीट स्ट्रोक जैसी समस्या हो सकती है. इससे बचाव को लेकर विशेष एहतियात बरतने की जरूरत है.
उन्होंने कहा कि गर्म हवाएं व लू से शारीरिक तनाव की स्थिति उत्पन्न हो सकती है. गर्मियों मे छोटे बच्चे और बुजुर्गों को लू लगने का खतरा ज्यादा रहता है. छोटे बच्चे और बुजुर्गों को गर्मियों से बचाने का प्रबंध करना चाहिए. क्योंकि छोटे बच्चे और बुजुर्ग ज्यादा जल्दी गर्मी की चपेट में आते हैं. ऐसे में उनको जल्दी-जल्दी पानी पिलाते रहना चाहिए और धूप मे जाने से बचना चाहिए. लोग पर्याप्त मात्रा में जितनी बार संभव हो अधिक से अधिक पानी पिएं.
डॉक्टर मीनाक्षी ने कहा कि इसके साथ ही जब भी धूप में घर से बाहर निकलें तो हल्के रंगो के ढीले फिटिंग के तथा सूती कपड़े पहने. सुरक्षात्मक रूप से चश्में, छाता, पगड़ी, दुपट्टा, टोपी का भी प्रयोग कर सकते हैं. यात्रा के समय अपने साथ पानी अवश्य रखें. उन्होंने बताया कि यदि आपका कार्यक्षेत्र इस प्रकार का है कि आपको धूप में कार्य करना है तो बचाव के लिए टोपी या छाते का उपयोग करें. अपने सिर, गर्दन व चेहरे पर नम कपड़ा जरूर रखें. इसके साथ-साथ शरीर में पानी की पर्याप्त मात्रा बनी रहे इसके लिए घर के बने पेय पदार्थ जैसे लस्सी, पानी, छाछ आदि का प्रयोग करें.
उन्होंने कहा कि गर्मी के स्ट्रोक, गर्मी के दाने या गर्मी से ऐंठन जैसे कि कमजोरी, चक्कर आना, सिर दर्द, मितली और दौरे के लक्षणों को पहचानें. यदि आप थकान व कमजोरी व बीमार जैसा महसूस कर रहें है तो तत्काल चिकित्सक से परामर्श करें. मौसम विभाग के के मुताबिक आने वाले चार-पांच दिनों तक ऐसे ही लोगों को गर्मी से जूझना पड़ेगा. ऐसे मे कई जिलों मे येलो अलर्ट भी जारी किया गया है. गर्मियों के साथ लू चलने के कारण दोपहर मे बाहर निकलने से लोगो को बचने की हिदायत दी गई है.
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