करनाल:हरियाणा में विधानसभा चुनाव का बिगुल बजने वाला है. प्रदेश की सभी पार्टियों ने चुनावी मूड अख्तियार कर लिया है. वहीं जनता भी नेताओं को विकास के तराजू पर तौलने के लिए तैयार हो चुकी है. इसी कड़ी में हमारी टीम 'सुनिए नेताजी' कार्यक्रम के तहत सबसे पहले सूबे के मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर के विधानसभा क्षेत्र करनाल पहुंची और यहां का हाल जानने की कोशिश की.
पिछड़े इलाकों की हालत बद से बदतर
शहर की पॉश इलाकों में तो सड़क, सफाई, बिजली, पानी जैसी मूलभूत सुविधाओं में कोई कमी नहीं है. लेकिन जनता तो पिछड़े इलाकों में भी रहती है. हमारी टीम ने दिल्ली- चंडीगढ़ जीटी बेल्ट के साथ लगते इलाकों का दौरा किया तो हालात बिल्कुल उलट नजर आए.
विकास की बयार पिछड़े इलाकों में नहीं बहती
इन इलकों में रहने वाले लोगों से जब ईटीवी भारत के संवाददाता ने बातचीत की तो लोगों का कहना है कि विकास की लहर गरीब और पिछड़े इलाकों में नहीं, बल्कि समृद्ध इलाकों में ही बहती है. बीजेपी भले ही विकास के दावे करती है, लेकिन यहां की हालत जस की तस बनी हुई है. वहीं कुछ लोगों को सरकार का कामकाज अच्छा लग रहा है, लेकिन गलती अधिकारियों और पार्षदों में नजर आती है.