करनाल:रबी की मुख्य फसल गेहूं की खरीद सरकार के निर्णय के अनुसार 1 अप्रैल से शुरू होने जा रही है. गेहूं की खरीद करनाल जिले की सभी 10 मंडियों व करीब 15 परचेज सेंटरों पर होगी, लेकिन जरूरत के अनुसार कुछ अस्थाई खरीद केन्द्र भी बनाए जा सकते हैं.
किसानों के हित को देखते इस बार उपज का मूल्य या पेमेंट सीधे उनके खातों में जाएगी. इसके लिए भारतीय खाद्य निगम के पास हिदायतें आ गई हैं कि किसानों को अपनी उपज बेचने में कोई कठिनाई ना हो और मंडी आढ़तियों के साथ उनका सामंजस्य बना रहे.
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उपायुक्त बुधवार को खरीद एजेंसियों के प्रतिनिधियों व मार्किट कमेटी के सचिवों के साथ गेहूं खरीद प्रबंधों की समीक्षा कर रहे थे. उन्होंने बताया कि गेहूं खरीद को लेकर सरकार की ओर से मंडी में किसानों को गेहूं लाने के लिए शेड्यूल बनाया गया है. पूरे सीजन के मैसेज एडवांस में चले जाएंगे. तिथि और मंडी को लेकर किसानो को चिंता नहीं करनी पड़ेगी. गेट पास की व्यवस्था पहले की तरह रहेगी, जिसमें मोबाईल से किसानो को मैसेज होगा और ओटीपी आएगा. गेहूँ खरीद मेरी फसल-मेरा ब्यौरा पोर्टल पर रजिस्ट्रेशन के अनुसार ही की जाएगी.
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सुबह 6 बजे से शाम 6 बजे तक बनेंगे गेट पास: डीसी
उपायुक्त ने मार्किट कमेटी के अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को अपनी फसल मंडी में लाने के लिए कोई दिक्कत नहीं होनी चाहिए. सुबह 6 बजे से सायं 6 बजे तक गेट पास बनाए जाएं. सभी गेटों पर गेट पास की व्यवस्था की जाए, सभी पर इंटरनेट व्यवस्था होनी चाहिए, सीसीटीवी कैमरे की विशेष व्यवस्था की जाए ताकि गेहूं खरीद की व्यवस्था पर ध्यान रखा जाए, कोई भी कैमरा बंद नहीं होना चाहिए. उन्होंने सख्त निर्देश दिए कि गेहूं का उठान समय पर हो, यदि समय पर उठान नहीं किया जाएगा तो सरकार के नियमानुसार पैनल्टी लगाने का प्रावधान भी है.