करनाल: न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) को लेकर केंद्र सरकार की बनाई कमेटी को संयुक्त किसान मोर्चा ने खारिज (samyukt kisan morch rejects msp committee) कर दिया है. हरियाणा के करनाल में बैठक के बाद संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य योगेंद्र यादव ने कहा कि 19 नवंबर को जब केंद्र सरकार ने तीन कानून वापस लेने का ऐलान किया तो कहा था कि हम एक कमेटी बना रहे हैं एमएसपी पर. हमने पहले दिन से इस कमेटी के बारे में संदेह जाहिर किया था. हमने पूछा था कि क्या एमएसपी पर कानून बनाने का एजेंडा इस कमेटी के दायरे में है या नहीं. जब सरकार ने कमेटी बनाने का फैसला किया तो हमारे सभी संदेह सच साबित हुए.
सरकार की कमेटी में एमएसपी पर कानून बनाने का एजेंडा ही नहीं है. इस कमेटी के एजेंडे में एक स्पेशल आयटम डाला गया है. जिसके जरिए सरकार तीन कानूनों को वापस लाने की कोशिश करेगी. इसलिए ऐसी कमेटी में जाना और इसके सहयोग करने का कोई मतलब नहीं है. हम इस कमेटी को पूरी तरह खारिज करते हैं. हम इस कमेटी में नहीं जायेंगे बल्कि इसका भंडाफोड़ करेंगे. योगेंद्र यादव, सदस्य, संयुक्त किसान मोर्चा.
योगेंद्र यादव ने कहा कि तीन जुलाई को संयुक्त किसान मोर्ची ने जो राष्ट्रीय फैसला लिया था, उसे हरियाणा में लागू करवाने की योजना बनी है. इसी के तहत 31 जुलाई को हरियाणा में 4 घंटे के लिए चक्का जाम किया जायेगा. ये चक्काजाम 11 बसे 3 बजे तक होगा. जिसमे रेल, सड़कें सब जाम की जायेंगी. अग्निपथ के मुद्दे पर 7 अगस्त से लेकर 14 अगस्त तक जय जवान जय किसान सम्मेलन करेंगे. इस सम्मेलन में पूर्व सैनिक और बेरोजगारी से जुड़े संगठन भी शामिल होंगे. के नाम से आंदोलन होगा. इसके अलावा 5 अगस्त को संयुक्त किसान मोर्चा हरियाणा में जिला उपायुक्तों को ज्ञापन सौंपते हुए एक अभियान का आरंभ किया जायेगा. इसके बाद भी सरकार नहीं मानी तो किसान फिर से आंदोलन करेंगे.