करनाल: किसी भी शहर को साफ सुथरा रखने और लोगों को विभिन्न सेवाएं प्रदान करने में नगरपालिका की भूमिका बड़ी महत्वपूर्ण होती है. ऐसे में अगर नगरपालिका में कर्मचारियों की कमी हो तो नगर निगम को शहर की सेवा करने में बड़ी मुश्किलों को सामना करना पड़ सकता है.
इसी को लेकर ईटीवी भारत की टीम निकली है ये पड़ताल करने के लिए कि क्या हरियाणा के जिलों की नगर पालिकाओं में कर्मचारियों की संख्या पूरी है या कर्मचारियों की कमी है. हमारी टीम सीएम सिटी करनाल में जायजा लेने पहुंची, और देखा कि नगर निगम करनाल में कर्मचारी और अधिकारी पर्याप्त मात्रा में है या नहीं.
यहां हमारी टीम ने नगर निगम के ज्वाइंट कमिश्नर गगनदीप सिंह से बात की और नगर निगम करनाल में स्टाफ की जानकारी ली. ज्वाइंट कमिश्नर ने बताया कि अधिकारी व कर्मचारियों का स्टाफ लगाकर नगर निगम में क्लेरिकल और अन्य मुख्य विभाग के लिए 376 पद हैं. इनमें से 255 तक के कर्मचारी व अधिकारी लगे हुए हैं, बचे हुए कर्मचारियों की सीट खाली हैं, लेकिन पे-रोल यानि कच्चे कर्मचारी के तौर पर नगर निगम में 150 लोगों को लगाया हुआ है.
नगर निगम करनाल के अंदर फायर विभाग भी आता है जिसमें 51 पद खाली पड़े हैं जिन पर कच्चे कर्मचारियों को लगाया हुआ है ताकि काम में बाधा ना पड़े. ज्वाइंट कमिश्नर ने दावा किया कि भले ही निगम में कुछ पद खाली पड़े हों, लेकिन सभी के काम समय पर होते हैं और किसी के काम में देरी नहीं होती. इसलिए पूरे भारत में 10 लाख तक की आबादी में सफाई सर्वेक्षण सर्वे में करनाल को चौथा स्थान मिला है.