करनाल: सनसनीखेज महज ये नहीं है कि करनाल में 5 साल के मासूम जश की हत्या (jash hatyakand karnal) हो गई. बल्कि अकल्पनीय और अविश्वसनीय ये है कि हत्या के आरोपी अपने ही हैं. उसके अपने ही चाचा-चाची. जिनके यहां दोस्ती और दुश्मनी से बेगाना जश बेफिक्र आया जाया करता था. उस अबोध को क्या पता था कि ऊपर से प्यार बरसाने वालों के अंदर नफरत की आग जल रही है.
करनाल के कमालपुर रोड़ान गांव में 6 अप्रैल की सुबह बेहद डरावनी थी. 5 अप्रैल को गायब हुए बच्चे जश का शव अचानक उसकी पड़ोसन कौशल्या की छत पर फेंक दिया गया. शव को फेंकते हुए तो किसी ने नहीं देखा लेकिन सुबह करीब पांच बजे हुई इस घटना से पूरा मुहल्ला सन्न रह गया. पुलिस ने शव का पोस्ट मार्टम करवाया तो ये सामने आया कि हत्या गला दबाकर की गई है. पुलिस ने ये भी साफ किया कि बच्चे के शरीर पर बाकी कोई चोट का निशान नहीं था.
घर में खेलते हुए जश की फोटो घटना की शुरुआत में हत्या के पीछे तंत्र-मंत्र का शक जताया गया. चर्चा ये भी थी कि बच्चे का अपहरण एक बाबा ने किया है. सीसीटीवी में दिखे एक संदिग्ध बाबा ने इस शक को और बढ़ा दिया. पुलिस ने बाबा को गिरफ्तार किया. लेकिन उससे पूछताछ में पुलिस को कुछ भी ऐसा नहीं मिला जिससे किसी नतीजे पर पहुंचा जा सके.
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पुलिस तफ्तीश में अब तक जश हत्याकांड- पूरे गांव और घरवालों के लिए सबसे हैरान करने वाला सवाल ये है कि आखिर हत्या किसने और क्यों की. पुलिस ने शुरुआती जांच के लिए जश की चचेरी ताई अंजली, ताऊ राजेश और राजेश की मां को पुछाताछ के लिए हिरासत में लिया. 3 दिन तक पूछताछ की गई. आखिरकार पुलिस का संदेह बढ़ा तो चाची अंजली को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. अंजली को कोर्ट में पेश करके 3 दिन की रिमांड पर लिया गया.
सूत्रों के मुताबिक पुलिस की पूछताछ के दौरान अंजली ने कबूल किया है कि उसी ने जश की हत्या की है. जश अक्सर खेलने के लिए चाची अंजली के घर पर आता था. 5 अप्रैल के दिन भी वो अंजली के घर गया. जश अंजली के फोन पर गेम खेल रहा था. तभी पीछे से अंजली ने चार्जर की तार से उसका गला घोंट दिया. जिसके बाद जश की मौत हो गई. पोस्टमार्ट रिपोर्ट में भी गला घोंटने से मौत की पुष्टि हुई है.
हत्या के बाद जश के शव को गांव से बाहर फेंकने की कोशिश की गई. लेकिन गांव वालों ने पूरे गांव में पुलिस के साथ पहरा लगा रखा था और सर्च अभियान चल रहा था. क्योंकि जश 5 अप्रैल से ही गायब था. इसलिए उसे बाहर फेंकना संभव नहीं हो पाया. आखिरकार 6 अप्रैल की सुबह जश का शव पड़ोसी कौशल्या के पशुओं के टीन शेड पर फेंक दिया गया.
पढ़ी लिखी है हत्या की आरोपी अंजली- पुलिस ने जश की हत्या के (jash karnal news) आरोप में जिस चाची अंजली को गिरफ्तार किया है वो अच्छी-खासी पढ़ी-लिखी है. उसने स्नातक किया है. वह विदेश जाने की तैयारी कर रही थी. उसने विदेश जाने की लिए जरूरी परीक्षा IELTS (International English Language Testing System) भी पास की थी. इस परीक्षा में उसने 7 बैंड स्कोर हासिल किया था जो की अच्छी रैंक मानी जाती है. ये परीक्षा खासतौर पर अंग्रेजी भाषा की होती है जिसे विदेश जाने के लिए पास करना जरूरी होता है. उसने अमेरिका जाने के लिए कई बार कोशिश की थी लेकिन रिजेक्ट हो गई थी.
पिता रामफल के साथ जश (फाइल फोटो) ये भी पढ़ें-जश हत्याकांड करनाल: तंत्र-मंत्र के चलते मर्डर का शक, परिवार के ही कई लोग हिरासत में
घरवालों को पुलिस जांच पर शक-जश के परिवार वालों को पुलिस की अभी तक की जांच पर शक है. परिवार वालों का कहना है कि 3 दिन शुरुआती समय में जो लोग राउंडअप किए गए थे उनसे 90 से 95 फीसदी केस सॉल्व हो चुका था. लेकिन अब एकदम से इसकी चाची अंजली का नाम आना और बाकी लोगों को क्लीन चिट देना सही नहीं लग रहा है. पीड़ित परिवार ने आरोप लगाया है कि पुलिस मामले को दबाना चाहती. जश के परिवार वाले सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं. जश हत्याकांड (karnal news jash) में पुलिस की कार्रवाई से असंतुष्ट पीड़ित परिवार ने 14 अप्रैल को फुवारा चौक करनाल में छत्तीस बिरादरी की मीटिंग करने की घोषणा की है. इस मीटिंग में कई अहम फैसले लिए जायेंगे.
मृतक के चाचा अमन ने आरोप लगाया कि पुलिस केस को दूसरी दिशा में घुमा रही है. पुलिस ने ना तो पोस्टमॉर्टम की रिपोर्ट हमें दी है और ना ही कार्रवाई को लेकर कोई बात हमें बताई है. उन्होंने बताया कि करनाल के एसपी से हमने इस केस के बारे में मुलाकात की लेकिन उन्होंने कोई संतोषजनक जवाब नहीं दिया. जिस महिला को गिरफ्तार किया गया उसके घरवालों को क्यों छोड़ दिया गया. उन्हें पूरा विश्वास है कि हत्या में वो भी शामिल हैं. अमन का आरोप है कि पुलिस की कार्यप्रणाली से परिवार और गांव वालों में नाराजगी है. जिसके चलते 14 अप्रैल को पंचायत बुलाई गई है.
पुलिस जांच पर सवाल क्यों- घरवालों को पुलिस की जांच पर भरोसा इसलिए नहीं हो रहा है कि हत्या की आरोपी चाची पढ़ी लिखी है. उसने IELTS परीक्षा पास की है.उसे पुलिस साइको क्यों कह रही है. इसके अलावा 7 दिन बीत जाने के बाद भी इस सवाल का जवाब पुलिस के पास क्यों नहीं है कि हत्या किस वजह से की गई. तीसरा शक इसलिए हो रहा है कि पुलिस ने शुरुआती जांच में जिन लोगों को हिरासत में लिया था उन्हें छोड़ क्यों दिया गया.
जश हत्याकांड की वजह क्या है-नाम ना छापने की शर्त पर कुछ गांव वालों ने कहा कि आरोपी अंजली मानसिक रूप से सामान्य नहीं है.उसका मेंटल का सर्टिफिकेट भी बना हुआ है और इलाज चल रहा है. हलांकि पुलिस के पास इसकी कोई रिपोर्ट अभी तक नहीं पहुंची और इसकी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है. मासूम जश की हत्या की वजह क्या है इसका खुलासा अभी भी होना बाकी है. आरोपी अंजली की पुलिस रिमांड बुधवार को पूरी हो रही है. संभावना है कि पुलिस इस दिन कुछ खुलासा कर सकती है.
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