करनाल:जिले के गांव गालिब खेड़ी के पशुपालक बलदेव सिंह की होल्सटीन फ्रेशियन क्रॉस गाय ने 24 घंटे में रिकॉर्ड 76.61 किलोग्राम दूध का उत्पादन किया है. गाय के दूध का उत्पादन का मूल्यांकन राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल ने किया और पशुपालक को प्रमाण पत्र देकर सम्मानित किया.
अमेरिका के वीर्य से हुआ जन्म
गाय मालिक बलदेव सिंह के भाई अमनदीप ने बताया कि उनकी गाय चैंपियन है. इस गाय का जन्म पैनमेकर एबीएस अमेरिका से मंगाए गए वीर्य का उपयोग करके हुआ है.
- गाय ने पहले लैक्टेशन में एक दिन में 42 किलोग्राम का उत्पादन किया गया था.
- इसके दूसरे और तीसरे लैक्टेशन में 54 और 62 किग्रा दूध उत्पादन किया गया था.
- चौथे लैक्टेशन में इसने रिकॉर्ड 76.61 किलोग्राम दूध का उत्पादन किया है.
कई खिताब गाय के नाम
उन्होंने बताया कि इससे पहले ये गाय राष्ट्रीय पशुधन चैंपियनशिप और एग्री एक्सपो-2020, बटाला पंजाब में 64.20 किलोग्राम दूध का उत्पादन कर चुकी है. इसी गाय ने लुधियाना, पंजाब में आयोजित 10वीं पीडीएफए अंतरराष्ट्रीय डेयरी और कृषि एक्सपो 2015 में भी इनाम जीता है.
इस गाय ने दिया 24 घंटे में रिकार्ड 76.61 किलोग्राम दूध, क्लिक कर देखें वीडियो बलदेव सिंह ने यहां से लिया प्रशिक्षण
बलदेव सिंह के पिता प्रीतम सिंह ने बताया कि गाय ने राष्ट्रीय डेरी अनुसंधान संस्थान करनाल (एनडीआरआई) में 76.61 किलोग्राम दुध दिया था. एनडीआरआई ने अब हमें सम्मानित किया है. उन्होंने बताया कि बलदेव सिंह और अमनदीप सिंह ने एनडीआरआई से प्रशिक्षण लिया है.
पशुपालक अमनदीप ने बताया कि उन्होंने और उनके भाई बलदेव सिंह ने साल 2010 और 2011 में करनाल के राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान से डेयरी पशुओं के प्रबंधन का प्रशिक्षण लिया. जहां से उन्होंने वैज्ञानिक प्रजनन और पशुओं को प्रबंधन के बारे में सिखा.
उन्होंने बताया कि इसके अलावा वो प्रगतिशील डेयरी किसान संघ पंजाब से भी जुड़े हुए हैं, वहां से भी वो पशुपालन के गुण सीख रहे हैं. उन्होंने बताया कि इसके अलावा उनके पास जर्सी गाय भी हैं जिनका 42 लीटर दूध का 1 दिन का रिकॉर्ड उत्पादन है. बता दें कि करनाल जिले के गांव गालिब खेड़ी में इनकी एक डेयरी है, जिसमें 100 गाये हैं.
युवाओं को संदेश
पशुपालक अमनदीप ने डेयरी किसानों और ग्रामीण युवाओं से उद्यमिता और कौशल विकास कार्यक्रम के रूप में काम करने का आग्रह किया और कहा कि राष्ट्रीय डेयरी अनुसंधान संस्थान करनाल डेयरी किसानों और ग्रामीण युवाओं के लिए नियमित रूप से डेयरी विकास प्रशिक्षण में लगा हुआ है.
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