करनाल: हरियाणा के जिले करनाल के असंध में एक निजी अस्पताल पर बदमाशों ने ताबड़फोड़ फायरिंग (Firing on hospital in Karnal) कर दी. इस फायरिंग में अस्पताल के मरीज और डॉक्टर बाल-बाल बच गये. जानकारी के अनुसार तीनों बदमाश बुलेट पर सवार होकर आये थे. आते ही बदमाशों ने अस्पताल के बाहर से ताबड़तोड़ फायरिंग करनी शुरू कर दी. अचानक गोलियों की आवाज सुनकर हड़कप मच गया. बदमाश वरादात को अंजाम देने के बाद मौके से फरार होने में कामयाब हो गए.
जानकारी के मुताबिक बदमशों ने 10 राउंड से ज्यादा फायरिंग की. घटना की जानकारी मिलते ही पुलिस ने चारों ओर नाकेबंदी की, लेकिन बदमाशों का कोई सुराग नहीं लग पाया. अस्पताल के डॉक्टर संदीप और उसकी पत्नी मीनाक्षी अपने निजी अस्पताल में हर रोज की तरह पहुंचे थे. अस्पताल में 10 बजे मरीज भी अपने-अपने इलाज के लिए ओपीडी में आने शुरू हो गए. हॉस्पिटल में पहले से कई मरीज भी भर्ती हैं. हमेशा की तरह सब कुछ सामान्य चल रहा था, लेकिन करीब साढ़े 10 बजे अचानक उस समय अफरा-तफरी मच गई जब धड़ाधड़ फायरिंग होने लगी.
करनाल: फिरौती नहीं देने पर अस्पताल में घुसकर डॉक्टरों पर ताबड़तोड़ फायरिंग, कौशल गैंग ने ली जिम्मेदारी लोगों ने बताया कि बुलेट बाइक पर सवार होकर आए तीन बदमाशों ने अस्पताल के बाहर से शीशे पर फायरिंग की. इनमें से एक बदमाश ने अस्पताल में घुसकर दोनों डॉक्टरों की केबिन पर गोलियां दागी. इस दौरान बदमाशों ने सीधे तौर पर डॉक्टर पति-पत्नी को निशाना नहीं बनाया और ना ही किसी मरीज को गोली मारी. अचानक गोलियां चलने की आवाज सुनकर अस्पताल में अफरा तफरी मच गई और चारों तरफ तहशत फैल गई.
बदमाशों ने अस्पताल के शीशे पर फायरिंग की. घटना के बाद फेसबुक पर दलेर कोटिया नाम की आईडी से एक पोस्ट की गई है. इस पोस्ट में दलेर कोटिया इस गोलीबारी की जिम्मेदारी ले रहा है. वो खुद को कौशल चौधरी गैंग का सदस्य बता रहा है. उसने लिखा है इस काम में टाइम जरूर लग गया है लेकिन अगली बार टाइम नहीं लगेगा और ना ही जान बचेगी. ये काम मैने और मेरे शूटर ने किया है. किसी और को इसके लिए परेशान ना किया जाय. जो भी बिजनेसमैन और डॉक्टर हमसे उलझेगा उसका दूसरा घर मौत होगा. जिस आईडी से ये पोस्ट की गई है उसने दविंदर बंबीहा को भी टैग किया है. दविंदर बंबीहा पंजाब का कुख्यात गैंगस्टर था जो 2016 में एनकाउंटर में मारा गया था. बंबीहा ग्रुप लॉरेंस बिश्नोई का कट्टर दुश्मन माना जाता है.
फायरिंग की जिम्मेदारी कौशल गैंग के गुर्गे ने ली है. जानकारी के अनुसार करीब 6 महीने पहले डॉक्टर से 20 लाख की फिरौती मांगी गई थी. उस समय डॉक्टर ने फिरौती ना देकर असंध थाने में आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करवा दिया था. पुलिस ने डॉक्टर की शिकायत पर आरोपियों को गिरफ्तार भी कर लिया था. करनाल के एएसपी गौरव राजपुरोहित घटना के बाद भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे. शहर के चारों ओर नाकाबंदी भी कराई गई. एएसपी गौरव राजपुरोहित ने बताया कि बदमाशों को पकड़ने के लिए कई पुलिस की टीमें गठित कर दी गई हैं. पुलिस आसपास लगे सीसीटीवी कैमरे खंगाल रही है. जल्द ही सभी बदमाश पुलिस की गिरफ्त में होगें.