करनाल:हरियाणा के करनाल (Karnal) में बसताड़ा टोल पर हुए लाठीचार्ज के विरोध में भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) की मांगों को पूरा करने का आज आखिरी दिन है. अगर सरकार ने किसानों की मांगें नहीं मानी तो 7 सितम्बर को भारतीय किसान यूनियन करनाल की अनाज मंडी में महापंचायत (Mahapanchayat) करके लघु सचिवालय का घेराव करेगी. किसानों के इस अल्टीमेटम (Farmers Ultimatum) से सरकार व प्रशासन में हड़कंप मचा हुआ है.
किसानों द्वारा महापंचायत के ऐलान के बाद प्रशासन की तरफ से चंडीगढ़ व दिल्ली से आने वाले वाहनों का रास्ता डायवर्ट (Delhi-Chandigarh Route Diversion) किया गया है. सचिवालय एरिया में धारा-144 लगा दी गई है. उधर किसानों ने अपने-अपने एरिया से करनाल (Karnal) में पहुंचने की पूरी योजना तैयार कर ली है. महापंचायत (Mahapanchayat) को टालने के लिए सरकार शाम तक किसानों की तरफ से रखी गई तीनों मांगों को पूरा कर सकती है, लेकिन ऐसा होता दिख नहीं रहा. इसलिए कल का आंदोलन होना तय माना जा रहा है.
करनाल उपायुक्त निशांत कुमार यादव (Karnal DC Nishant Kumar Yadav) ने आदेश जारी किए हैं कि 7 सितम्बर को करनाल की नई अनाज मंडी में किसानों द्वारा महापंचायत का आह्वान किया गया है. इस आह्वान को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 44 (जीटी रोड / दिल्ली चंडीगढ़ हाईवे) का यातायात करनाल जिले की सीमा बाधित हो सकती है. इसलिए आमजन को सलाह दी जाती है कि जरूरी होने पर ही करनाल जिले की सीमा में इस मार्ग का प्रयोग करें. यदि आवश्यक कार्यवश इस मार्ग का प्रयोग करना पड़े व कहीं मार्ग किसी भी कारण से अवरूद्ध हो तो सर्वसाधारण की सेवा के लिए जिला प्रशासन व पुलिस द्वारा वैकल्पिक मार्ग बनाए गए हैं, जिनका प्रयोग किया जा सकता है.