जींद: प्रवासी मजदूर पलायन के लिए इतना परेशान है कि अब तो यह कहने लगे हैं कि न हम पाकिस्तानी हैं और न हम आंतकवादी हैं फिर क्यों हमे यहां रोक रखा है. इनका यह भी कहना है कि मोदी जी को चाहिए की जो प्रदेशी हरियाणा के हैं उन्हें हरियाणा में लाये जाये जो यूपी के हैं उन्हें यूपी तक पहुंचाया जाये.
मजदूरों का कहना है कि एक बार हमें अपने घरों तक भिजवा दें फिर चाहे कितने दिन का ही कर्फ्यू लगा दें. हम इतने तंग हैं कि काम हमारे पास है नहीं, रहने को साधन नहीं, खाने को सामान नहीं. बच्चे हमारा इन्तजार कर रहे हैं और हम यहां फंसे बैठे हैं. सरकार क जितना तंग करना है कर ले जब वोट की चोट मारने का मौका मिलेगा तो चूकेंगे नहीं.
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