जींद:राज्यस्तरीय लूटपाट करने वाले गिरोह के चार सदस्यों को जींद पुलिस ने शुक्रवार को काबू किया है. जबकि इस गिरोह का एक सदस्य पुलिस की रेड के दौरान भाग गया. पुलिस ने इस गिरोह से तीन पिस्तौल, 6 कारतूस और एंडेवर कार भी बरामद की है. इस गिरोह ने पिछले 45 दिनों में 8 लूट की वारदातों को अंजाम दिया था. इसमें तीन लूटपाट की वारदातें जींद, तीन हिसार, हांसी और दो रोहतक में की.
आरोपियों ने 13 जुलाई को उचाना के पेट्रोल पंप कर्मी से साढ़े सात लाख रुपये और 30 जुलाई को सफीदों में डाक्टर से पिस्तौल के बल पर फोर्ड फिगो कार और 50 हजार रुपये की नकदी लूटी थी. इसके अलावा छह स्थानों से कार लूटने की वारदातों को अंजाम दिया है. इनकी पहचान रोहतक के गांव सामण निवासी सुमित उर्फ छोटा, मनोज उर्फ कालू, अनिल और गांव भैणी सरजन निवासी रोहित के रूप में हुई है.
एएसपी अजित शेखावत ने बताया कि बुधवार रात को सूचना मिली थी कि कंडेला गांव से कैरखेड़ी रोड पर गाड़ी में सवार कुछ युवक लूटपाट का षड्यंत्र रच रहे हैं. सूचना मिलते ही डिटेक्टिव टीम इंचार्ज इंस्पेक्टर समरजीत सिंह अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे तो युवक पुलिस को देखकर अपनी गाड़ी में बैठकर भागने लगे. पुलिस ने पीछा करके आरोपियों को काबू कर लिया. पकड़े गए आरोपितों से पूछताछ की, तो उन्होंने लूटपाट की घटनाओं को स्वीकार किया. पुलिस ने आरोपियों को कोर्ट में पेश कर एक दिन की रिमांड पर लिया है.
लूटपाट गिरोह का मुख्य सरगना गांव सामण निवासी सुमित उर्फ छोटा है. सुमित उर्फ छोटा गांव के ही एक युवक को गोली मारकर हत्या करने के प्रयास में जेल में बंद था. करीब डेढ़ महीने पहले जमानत पर जेल से बाहर आया था. जमानत पर बाहर आते ही सुमित ने गांव के ही मनोज उर्फ कालू, अनिल और गांव भैणी सरजन निवासी रोहित के साथ मिलकर लूटपाट गिरोह बनाया. 18 जून को हिसार में पिस्तौल के बल पर डिजायर कार लूटी. इसके बाद अलग-अलग जिलों में जाकर आठ लूटपाट की वारदातों को अंजाम दिया.