जींद: तीन कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों ने अब हरियाणा में अपनी रणनीति में बदलाव किया है. नई रणनीति के तहत प्रदेश में अगर बीजेपी-जेजेपी नेता किसी धार्मिक या निजी कार्यक्रम में पहुंचते हैं तो संयुक्त किसान मोर्चा ऐसे कार्यक्रमों में बीजेपी-जेजेपी नेताओं का विरोध नहीं करेगा. हालांकि ये भी स्पष्ट कहा गया है कि इन कार्यक्रमों में अगर राजनीतिक बैनर या भाषणबाजी होती है तो विरोध किया जाएगा.
बुधवार को खटकड़ टोल प्लाजा पर पत्रकारों से बताचीत करते हुए संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने कहा कि यदि कोई धार्मिक कार्यक्रम होगा, उसमें किसी भी नेता का बैनर या भाषणबाजी नहीं होगी तो, वह उस कार्यक्रम का विरोध नहीं करेंगे. भाजपा-जजपा नेता जहां भी भाषणबाजी करेंगे या उनका कार्यक्रम में बैनर लगा होगा, तो उसका संयुक्त किसान मोर्चा विरोध करेगा.