जींद: एचसीएमए के आह्वान पर नागरिक अस्पताल में चिकित्सकों की बैठक हुई. इसकी अध्यक्षता डिप्टी सीएमओ डॉ. राजेश भोला ने की. मीटिंग में नागरिक अस्पताल टोहाना में चिकित्सक के साथ हुई मारपीट की घटना पर रोष जताया और कहा कि अगर यूं ही सरकारी अस्पतालों में चिकित्सकों के साथ मारपीट की घटनाएं होती रहीं तो कोई भी चिकित्सक सरकारी सेवाओं में नहीं आना चाहेगा.
जानें डॉक्टरों की सरकार से क्या है मांग चिकित्सक पर हमला करने वालों पर होनी चाहिए कार्रवाई
पुलिस प्रशासन को चाहिए कि वो चिकित्सक पर हमला करने वालों को को शीघ्र गिरफ्तार करें. इतना ही नहीं डॉक्टरों में अस्पताल में पुलिस चौकी खोलने की मांग की है. उनका कहना है कि या तो चौकी खोली जाए या फिर होमगार्ड नियुक्त किया जाए, ताकि डॉक्टरों पर भविष्य में हमले न हो.
प्रसूता की मौत से खफा परिजनों ने चिकित्सक के साथ की मारपीट
इस दौरान डॉ. भोला ने कहा कि नागरिक अस्पताल टोहाना में डिलीवरी के दौरान एक प्रसूता की मौत हो गई और चिकित्सक ने बच्चे को बचा लिया. प्रसूता की मौत से खफा परिजनों ने चिकित्सक के साथ मारपीट की, जबकि चिकित्सक द्वारा अपनी तरफ से प्रसूता को बचाने के लिए कोई कोर-कसर नहीं छोड़ी गई थी.
ये भी पढ़ें: करनाल: गांव कुताना के खेत में पति-पत्नी के शव मिलने से गांव में फैली सनसनी
डॉक्टर मरीज को बचाने का हर संभव करते हैं प्रयास
डॉ. राजेश भोला ने कहा कि नागरिक अस्पतालों में यूं ही सरकारी चिकित्सकों के साथ मारपीट होती रही तो भविष्य में कोई भी सरकारी सेवाओं के लिए चिकित्सक उपलब्ध नहीं होगा. आमजन को यह समझना चाहिए कि चिकित्सक मरीज को बचाने के लिए हर संभव प्रयास करता है.