जींद: शनिवार देर शाम पटियाला चौक पर हांसी रोड आरओबी के पास 30 साल से बंद पड़ी कॉटन मिल में क्लोरीन गैस के रिसाव से क्षेत्र में हड़कंप मच गया था. लोगों ने आंखों में जलन होने की शिकायत भी की.
आनन-फानन में आसपास के कुछ घरों को खाली करवाया गया है. एचपी गैस प्लांट व मिल्क प्लांट के एक्सपर्ट स्थिति को सामान्य करने में लगे हुए हैं. वहीं क्लोरीन गैस के सिलेंडर को प्रशासन ने ट्रैक्टर में लोड करवाकर वहां से हटाया और वन क्षेत्र में जमीन में दबाने के लिए ले जाया गया.
क्या है पूरा मामला?
पटियाला चौक स्थित संत नगर में 30 साल पहले एक कॉटन मिल चलती थी. इसमें क्लोरीन गैस का सिलेंडर पड़ा था. इस खाली सिलेंडर का वजन 900 किलोग्राम का है. शनिवार दोपहर बाद करीब साढ़े तीन बजे इसे कबाड़ी को बेचने के लिए निकाला जा रहा था. ऐसे में सिलेंडर की नोजल टूट गई. तेज दबाव से गैस बाहर निकली. इससे सभी लोग घबरा गए, लेकिन कुछ देर में गैस का रिसाव बंद हो गया.
इसके बाद सभी काम करते, लेकिन रात आठ बजे बारिश होने से गैस फिर से सक्रिय हो गई. इसकी सूचना प्रशासन को दी गई. एक्सपर्ट के अनुसार कोई नुकसान नहीं हुआ है, लेकिन गैस काफी खतरनाक है. इसके सीधे संपर्क में आने से व्यक्ति की जान तक जा सकती है. ऐसे में प्रशासन कोई जोखिम नहीं उठाना चाहता और तमाम उपाय किए जा रहे हैं.
जींद में गैस रिसाव होने के बाद प्रशासन ने सिलेंडर हटाया. लोगों को हुई उल्टियां
वहीं शनिवार रात से ही लोगों की आंखों में जलन होने लगी. आसपास के दुकानदारों को भी काफी परेशानी हुई. इस दौरान कई लोगों को उल्टी की भी शिकायत हुई. लगभग तीन घंटे तक गैस के कारण लोगों को बेचैनी महसूस होती रही. आसपास के दुकानदारों ने 100 नंबर पर भी कॉल करना चाहा, लेकिन एक घंटे तक नंबर व्यस्त आता रहा. लोगों ने पटियाला चौक पुलिस चौकी में भी कॉल किया, लेकिन किसी ने उठाया नहीं. इसके बाद दुकानदार अपनी दुकानें बंद करके चले गए.