हिसार: जिले के सिविल अस्पताल के जीव वैज्ञानिक डॉ. रमेश पूनिया का एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है. जिसमें डॉ. पूनिया सिस्टम पर सवाल खड़े करते दिखाई दे रहे हैं. वीडियों में वो कह रहे हैं कि हांसी में वेंटिलेटर चालू होता तो पिछले दिनों तड़प-तड़प कर मर गए मरीज की जान बच सकती थी. आज तक उसकी जांच नहीं हो पाई है. उसके लिए कौन जिम्मेदार था.
वीडियो में वो कह रहे हैं कि सरकारी अस्पताल में बुनियादी सुविधा उपलब्ध कराई जाए. कोरोना संक्रमित होने के बाद नेता तो प्राइवेट अस्पताल में उपचार करा लेते हैं मगर गरीब नहीं करा पाते. क्योंकि प्राइवेट अस्पताल में 15 हजार रुपये तक का खर्चा आता है. जिसे गरीब वहन नहीं कर सकता. नेता सरकारी अस्पतालों में जाए तो व्यवस्था में सुधार हो.
हिसार सिविल अस्पताल के डॉक्टर का वीडियो वायरल, सिस्टम पर खड़े किए सवाल इस वीडियो को लेकर सीएमओ रत्ना भारती ने नागरिक अस्पताल के पीएमओ पत्र भेजा है. जिसमें कहा कि रमेश पूनिया बायाोलॉजिस्ट का सोशल मीडिया पर हाल ही में एक वीडियो वायरल हुआ है. जिसमें उन्होंने हिसार स्वास्थ्य विभाग द्वारा वेंटिलेटर्स के उपयोग न करने पर सवाल उठाए हैं. जो कि एक गंभीर मामला है. इससे सरकार और स्वास्थ्य विभाग की छवि खराब होती है. इस मामले की जांच के लिए कमेटी गठित की जाती है.
पांच सदस्यीय जांच कमेटी में पीएमओ, उप सिविल सर्जन, उप सिविल सर्जन आईडीएसपी, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी गायनी डॉ. अनीता बंसल, वरिष्ठ चिकित्साधिकारी डॉ. धर्मेंद्र संधीर शामिल रहेंगे. 30 अक्टूबर तक जांच रिपोर्ट सौंपनी है. सीएमओ ने दावा किया कि स्वास्थ्य विभाग के सभी वेंटिलेटर चालू अवस्था में है.
ये भी पढ़ें:हरियाणा के निकिता मर्डर केस में SIT लव जिहाद के एंगल से भी करेगी जांच