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हरियाणा में आसमान से बरसी आग, मई महीने में गर्मी ने तोड़ा 22 साल का रिकॉर्ड - हिसार में बढ़ती गर्मी

उत्तर पश्चिमी भारत के तापमान में वृद्धि देखने को मिल रही है. इस समय सूर्य की किरणों के लंबवत पड़ने और आसमान के साफ होने के कारण तापमान में वृद्धि हुई है. वहीं हिसार के साथ लगते राजस्थान के चुरू जिले में तापमान 50 डिग्री तक पहुंच चुका है.

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Published : May 27, 2020, 1:00 PM IST

Updated : May 28, 2020, 4:38 PM IST

हिसार:कोरोना के साथ-साथ गर्मी का प्रकोप भी लगातार बढ़ रहा है. लगभग 22 साल बाद मई महीने के तापमान में रिकॉर्ड वृद्धि हुई है. हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के मौसम विभाग के अनुसार वीरवार को अधिकतम तापमान 45 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया. वहीं न्यूनतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया.

पश्चिमी हवाओं के कारण बढ़ा तापमान- मौसम विभाग

मौसम विशेषज्ञों के अनुसार आसमान साफ होने और इस समय सूर्य की किरणों के लंबवत धरती पर पड़ने के कारण तापमान में अधिक वृद्धि हुई है. किसानों को सुबह और शाम को खेतों में काम करने की सलाह दी जा रही है. राजस्थान की तरफ से चलने वाली पश्चिमी हवाओं के कारण भी हिसार के तापमान में वृद्धि हुई है.

हरियाणा में आसमान से बरसी आग, मई महीने में गर्मी ने तोड़ा 22 साल का रिकॉर्ड

डॉक्टर मदन लाल खींचड़ ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से लगातार तापमान में वृद्धि हो रही है. आईएमडी ने अधिकतम तापमान वीरवार को 46. 3 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया है. वहीं चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय की वेधशाला खेतों में होने के कारण 45 डिग्री सेल्सियस तापमान दर्ज किया है.

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30 और 31 मई को बारिश की संभावना- मौसम विभाग

मौसम वैज्ञानिक डॉ. खींचड़ ने बताया कि शुक्रवार तक तापमान में बढ़ोतरी देखी जा सकती है. इसके बाद 29 मई देर रात के बाद पश्चिमी विक्षोभ के कारण 30 और 31 मई को बारिश की संभावना बन रही है. हरियाणा के अधिकतर क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश गरज चमक और तेज हवाओं के साथ होने की संभावना है.

भीषण गर्मी में फसलों को लेकर किसानों को सलाह देते हुए डॉ. मदन लाल खींचड़ ने कहा कि समय-समय पर किसानों को विश्वविद्यालय की तरफ से गाइडलाइंस जारी की जाती है. उन्होंने बताया कि कपास के बीज अंकुरित होते ही भीषण गर्मी के कारण खेतों में ही नष्ट हो रहे हैं.

सामान्य से 4 डिग्री अधिक तापमान- मौसम विभाग

40 से 45 दिन के पौधों पर भी इस गर्मी का नकारात्मक प्रभाव पड़ रहा है. वर्तमान में तापमान सामान्य से 4 डिग्री सेल्सियस अधिक है. ऐसे में किसानों को उपलब्धता के अनुसार फसलों में सिंचाई की आवश्यकता है. वहीं उन्होंने कहा कि 29 मई देर रात के बाद बारिश होने से तापमान में गिरावट दर्ज की जाएगी.

डॉ. मदन लाल खींचड़ ने किसानों को सलाह देते हुए कहा कि दोपहर को लू का प्रभाव होने के कारण किसान सुबह और शाम को खेतों में काम करें. वही लू से बचने के लिए गमछा आदि साथ रखें. वहीं कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखते हुए मास्क और सोशल डिस्टेंस रखते हुए कार्य करें.

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Last Updated : May 28, 2020, 4:38 PM IST

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