हिसार: सोनाली फोगाट मर्डर केस (Sonali Phogat Murder Case) में मिली गुमनाम चिट्ठियों की जांच के लिए शनिवार को सीबीआई की टीम हिसार पहुंचेगी. परिवार को मिली चिट्ठियों में बीजेपी नेताओं के नाम आने से खलबली मची हुई है. इन चिट्ठियों की जांच के लिए सीबीआई की टीम हिसार पहुंचेगी.
सीबीआई की टीम सबसे पहले परिवार से औपचारिक तौर पर यह चिट्ठियां रिसीव करेगी. उसके बाद इसमें लिखे गए दावों की सत्यता की जांच करेगी. सोनाली फोगाट के भाई रिंकू ढाका ने बताया कि चिट्ठी को लेकर सीबीआई की टीम का उनके पास शुक्रवार को फोन आया था. शनिवार को सीबीआई की टीम उनसे हिसार में मुलाकात करेगी और चिट्ठी को लेकर जानकारी लेगी.
सोनाली के परिवार को मिली गुमनाम चिट्ठी क्या है मामला- दरअसल एक गुमनाम व्यक्ति ने सोनाली फोगाट के परिवार को चिट्ठी भेजी है. जिसमें गुमनाम शख्स ने स्थानीय बीजेपी नेता पर सोनाली हत्याकांड में शामिल होने का आरोप लगाया है. हालांकि अभी तक ये नहीं पता कि चिट्ठी में लिखी बात में कितनी सच्चाई है. क्योंकि कई दिन पहले ये चिट्ठी परिवार की तरफ से गोवा पुलिस को भी सौंपी जा चुकी है.
गुमनाम चिट्ठी (sonali phogat family received anonymous letter) में लिखे अनुसार एसएसपी हिसार और डीजीपी हरियाणा को भी चिट्ठी की कॉपी भेजी गई है. चिट्ठी में लिखा गया है कि सोनाली फोगाट के मर्डर केस में बीजेपी के एक स्थानीय नेता का हाथ है. चिट्ठी में बकायदा उस नेता का नाम और पद भी लिखा गया है. चिट्ठी में कहा गया है कि सोनाली फोगाट उन नेताओं का पर्दाफाश कर देती, इसलिए सुधीर सांगवान को मोहरा बनाकर उसे 10 करोड़ रुपये दिए गए.
जिसके बाद सुधीर सांगवान इस काम के लिए तैयार हो गया. चिट्ठी में कहा गया है कि मेरी इच्छा सोनाली बेटी को इंसाफ दिलाने की है. बीजेपी नेताओं से मेरा कोई लेना देना नहीं है. चिट्ठी लिखने वाले दावा किया कि ये सब राज एक बड़े बीजेपी नेता ने मुझे शराब के नशे में बताएं हैं. चिट्ठी (sonali phogat murder case anonymous letter) लिखने वाले ने अपना नाम राम मेहर और पता न्यू एनक्लेव टोहाना लिखा है, लेकिन ये पता फर्जी है. टोहाना में ऐसी कोई जगह पर राममेहर नहीं रहता है. हालांकि परिवार ने चिट्ठी की एक कॉपी गोवा पुलिस को भी दी है, लेकिन अभी तक किसी भी तरह की कोई कार्रवाई नहीं हुई है.