हिसार: हरियाणा के हिसार जिले के आदमपुर में उप चुनाव की घोषणा होते ही सोनाली फोगाट का परिवार पूरी तरह से सक्रिय हो गया है. आज सोनाली के परिवार ने आदमपुर में धन्यवादी सभा (Dhanyawadi Sabha In Adampur) बुलाई है. परिवार की तरफ से इसके लिए सोशल मीडिया पर एक पोस्टर जारी किया गया है. इस पोस्टर में पीएम नरेंद्र मोदी अमित शाह, सीएम मनोहर लाल खट्टर से लेकर बीजेपी के तमाम बड़े नेताओं की फोटो लगाई गई है. पोस्टर में सोनाली फोगाट के बिहाफ पर लिखा गया है कि मैं रहूं या ना रहूं , मेरे कार्यकर्ताओं की अनदेखी कभी नहीं होगी.
इससे पहले सोनाली फोगाट के परिवार और उनकी बहन रुकेश पुनिया की तरफ से 24 अक्टूबर को कार्यकर्ताओं की एक जनसभा बुलाई थी. जिसमें चुनाव को लेकर फैसला किया जाना था लेकिन उससे पहले ही अब उपचुनाव की घोषणा हो गई. सोनाली फोगाट के जीजा अमन पुनिया ने चुनाव लड़ने की की घोषणा की थी लेकिन परिवार अब चुनाव लड़ने की बात से यू टर्न लेता नजर आ रहा है. सोनाली फोगाट का परिवार (Sonali Phogat Family) की तरफ से कार्यकर्ताओं की एक धन्यवादी सभा बुलाई गई है.
रोचक हुई आदमपुर उपचुनाव की लड़ाई, BJP से टिकट पाने के लिए ताल ठोकने की तैयारी में सोनाली का परिवार - सोनाली फोगाट आदमपुर से चुनाव
आदमपुर विधानसभा सीट पर उपचुनाव (Adampur Assembly Seat By Election) की तारीखों का ऐलान हो चुका है. ऐसे में यहां सियासी पारा चढ़ने लगा है. दरअसल सोनाली फोगाट के परिवार ने बीजेपी का टिकट पाने के ताल ठोकना शुरू कर दिया है. इसके लिए सोनाली फोगाट के परिवार ने आज आदमपुर में एक धन्यवादी सभा बुलाई है.
सोनाली फोगाट और रुकेश पूनिया के भाई वतन ढाका ने कहा है कि उनका पूरा परिवार आदमपुर धन्यवादी सभा (Dhanyawadi Sabha In Adampur) में शामिल होगा. पार्टी की टिकट के बिना चुनाव नहीं लड़ा जा सकता. अगर पार्टी टिकट देती है तो हम चुनाव लड़ेंगे. हम बीजेपी के साथ हैं सभा में नेताओं को नहीं सोनाली फोगाट के कार्यकर्ताओं को बुलाया गया है जिन्होंने इतने सालों तक उनके साथ काम किया है.
गौरतलब है कि आदमपुर उपचुनाव को लेकर 7 अक्टूबर से नामांकन प्रक्रिया शुरू हो रही है. 15 अक्टूबर तक नामांकन भरे जाएंगे. अब ऐसे में बहुत ही कम समय बचा है. बीजेपी पार्टी के अलावा चुनाव की गहमागहमी कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के कैंडिडेट तय होने के बाद शुरू होगी. सोनाली फोगाट आदमपुर से चुनाव लड़ चुकी है. वह कुलदीप बिश्नोई से 2019 में 29 हजार वोटों से हारी थी ऐसे में सोनाली के परिवार का स्टैंड भी उपचुनाव मैं विशेष अहमियत रखता है.