हिसार:15 अगस्त 2018 को हिसार एयरपोर्ट का उद्घाटन किया गया था. कुल 3 चरणों में एयरपोर्ट को तैयार करने की योजना है जिसमें से पहले चरण का निर्माण कार्य भी लगभग पूरा होने वाला है लेकिन उड़ान का लाइसेंस मिलने के बाद भी किसी कंपनी ने यहां से विमान उड़ाने की इच्छा जाहिर नहीं की.
हिसार एयरपोर्ट से हवाई रास्ते के बजाए सड़कों से जा रहे हैं विमान, आखिर क्या है माजरा?
सरकार की हिसार को इंटीग्रेटेड एविएशन हब के रूप में विकसित करने की योजना है. हिसार एयरपोर्ट का पहले चरण का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है लेकिन एक भी कंपनी ने यहां से विमान उड़ाने की इच्छा जाहिर नहीं की.
वहीं बुधवार को पिनाकल कंपनी का डायमंड एयरक्राफ्ट जो हिसार एयरपोर्ट पर उड़ान के लिए लाया गया था वो अब ट्रक पर लादकर सड़क मार्ग से जयपुर के लिए रवाना करना पड़ा. वहीं 4 दिन पहले सार प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का हेलीकॉप्टर भी इसी तरह ट्रक पर हिसार एयरपोर्ट से गया है. इसका कारण हिसार एयरपोर्ट से 40 वर्ष पुरानी मेंटेनेंस कंपनी सूर्या का अपना सामान समेट कर वापस जाना बताया जा रहा है.
हरियाणा सरकार की तरफ से पिनाकल कंपनी के साथ हिसार से दिल्ली व चंडीगढ़ के लिए एमओयू साइन हुआ था. जिसके बाद पिनाकल कंपनी की योजना थी कि 4 सीटर इस विमान की मेंटेनेंस के बाद इसे हिसार एयरपोर्ट से उड़ाया जाएगा. 2 साल से एयरपोर्ट पर विमान खड़ा रहने के बाद भी इसकी मरम्मत नहीं हो पाई जिसके बाद कंपनी को मजबूरन इसे ट्रक पर लादकर जयपुर ले जाना पड़ा, जिससे कंपनी को लगभग 2 साल में 2 करोड़ रुपये का नुकसान बताया जा रहा है.