हिसार: घोटाला उजागर करने वाले एक्साइज इंस्पेक्टर दिनेश मेहरा (Haryana Excise Inspector Dinesh Mehra) का कहना है कि जब भी मैं जांच के सिलसिले में चंडीगढ़ या पंचकूला जाता हूं तो अज्ञात गाड़ियां मेरा पीछा करती हैं. मैं मुख्यमंत्री और गृहमंत्री को भी पत्र लिखकर सुरक्षा देने की मांग कर चुका हूं. गृह मंत्री अनिल विज ने सुरक्षा को लेकर आदेश जारी किए थे लेकिन स्थानीय पुलिस ने सुरक्षा नहीं दी और पत्र के जवाब में लिखा कि दिनेश मेहरा को किसी भी तरह का कोई खतरा नहीं है.
दिनेश मेहरा ने इस घोटाले को लेकर मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर मामले में जांच की मांग की थी. उस दौरान इंस्पेक्टर ने इस संबंध में शिकायत सीबीआई चंडीगढ़, दिल्ली व ईडी को भी की थी. जिस पर सीबीआई चंडीगढ़ ने संज्ञान लेते हुए 23 अगस्त 2021 को एक्साइज एंड टैक्सेशन कमिश्नर (ईटीसी) आईएएस शेखर विद्यार्थी, मुख्यालय पंचकूला को मामले की जांच व कार्रवाई के बारे में पत्र लिखा था. फिलहाल इस मामले को लेकर आबकारी विभाग के उच्च अधिकारियों द्वारा एक जांच कमेटी बनाई गई है लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं की गई.
एक्साइज इंस्पेक्टर दिनेश मेहरा का आरोप है कि तरुण मेहता शराब कारोबारी है, आबाकारी विभाग के कुछ अधिकारियों से मिलकर ये घोटाला किया है. इन लोगों ने आबाकारी विभाग के राजस्व को करोड़ों रुपये का नुकसान किया है. इंस्पेक्टर दिनेश मेहरा ने बताया था कि इस फर्म की ओर से शराब ठेके लेने के दौरान एम-75, सोलवेंसी सर्टिफिकेट, साइट प्लान जैसे जरूरी दस्तावेज भी जमा नहीं करवाए गए थे. जो कि शराब का ठेका लेने के लिए जमा करवाना अनिवार्य दस्तावेज हैं. अधिकारियों ने मिलीभगत करके अवैध तरीके से फर्म को काम करने का ठेका दिया.