हिसार: जिले के खेदड़ गांव में राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट (Rajiv Gandhi Thermal Power Plant) से निकलने वाली राख गांव की गौशाला को न देने के फैसले के विरोध में ग्रामीण कई दिनों से धरने पर बैठे हुए हैं. सोमवार को यह प्रदर्शन और भी तेज हो (Khedar village people protest) गया. इस दौरान ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों में झड़प हो गई. झड़प को शांत करवाने के लिए पुलिस को मजबूरन हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा जिसमें 4 लोगों को हल्की चोटें भी आईं हैं.
खेदड़ थर्मल प्लांट के बाहर ग्रामीणों का जोरदार प्रदर्शन, पुलिस ने किया वाटर कैनन का प्रयोग, कई घायल - Etv Bharat Haryana
हिसार के खेदड़ गांव में राजीव गांधी थर्मल पावर प्लांट (Rajiv Gandhi Thermal Power Plant) से निकलने वाली राख को उठाने का टेंडर किया जा रहा (Tender for lifting ash) है. जिसके खिलाफ ग्रामीण कई समय से आंदोलनरत है. इसी कड़ी में सोमवार को ग्रामीणों और पुलिस कर्मियों में झड़प हो गई. झड़प को शांत करवाने के लिए पुलिस को मजबूरन हल्के बल का प्रयोग करना पड़ा.
गौरतलब है कि पिछले कई दिनों से खेदड़ थर्मल प्लांट (Khedar Thermal Plant) के सामने गांव के लोगों का धरना चल रहा है. ग्रामीणों का आरोप है कि जब खेदड़ थर्मल पावर प्लांट की राख उड़ कर ग्रामीणों को परेशान करती थी तब प्लांट प्रबंधन द्वारा निवेदन करने पर ग्रामीणों ने इसे उठाना शुरू किया था. लाखों रुपए की मशीनें लगाकर ग्रामीणों ने थर्मल में से राख उठाने का कार्य शुरू किया और उस राख से होने वाली आमदनी से गांव में एक गौशाला बनाई और गोवंश का पालन पोषण शुरू किया.
अब थर्मल पावर प्लांट द्वारा राख उठाने का टेंडर किया जा रहा (Tender for lifting ash) है. ग्रामीणों का कहना है कि अगर ऐसा किया गया तो गांव की गौशाला बेसहारा हो जाएगी और 1000 गाय भूखी मर जाएगी. इसको लेकर के प्रशासन के साथ टकराव की स्थिति बनी हुई है और थर्मल पावर प्लांट के गेट के सामने धरना जारी है.