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अगर आपके पास है यूनिक एग्रो बिजनेस आइडिया तो करें आवेदन, यहां मिलेगी मदद - हिसार के कृषि विश्वविद्यालय

हिसार के कृषि विश्वविद्यालय (Hisar Agriculture University) में बने एबिक सेंटर ने छात्रों और किसानों से बिजनेस आइडिया (Unique Business Idea) मांगे हैं. बेस्ट बिजनेस आइडिया देने वाले को एबिक सेंटर आगे बढ़ने में मदद करेगा. आइडिया देने की आखिरी तारीख 14 अक्टूबर 2021 है.

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अगर आपके पास है यूनिक एग्रो बिजनेस आइडिया तो करें आवेदन, यहां मिलेगी मदद

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Published : Oct 1, 2021, 3:56 PM IST

हिसार: चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय (Hisar Agriculture University) में स्थापित एबिक सेंटर ने छात्रों, उद्यमी व किसानों से बिजनेस आइडिया मांगे हैं. अगर आपके पास यूनिक बिजनेस आइडिया (Unique Business Idea) तो आपको व्यवसायी बनाने में अहम रोल अदा कर सकता है एबिक सेंटर. अब एबिक ने आवेदन करने की अंतिम तिथि 14 अक्टूबर 2021 तक बढ़ा दी है. इसके लिए उम्मीदवार को चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय व एबिक की वेबसाइट www.hau.ac.in and www.abichauhisar.com पर ऑनलाइन आवेदन करना होगा.


एबिक के नोडल अधिकारी डॉ. एस.के. गोयल ने बताया कि इस सेंटर के माध्यम से विद्यार्थी, बेरोजगार युवा, किसान व उद्यमी मार्केटिंग, नेटवर्किग, लाईसेंसिग, ट्रैडमार्क व पेटेंट, तकनीकी व फंडिग से संबंधित प्रशिक्षण लेकर कृषि क्षेत्र में अपने स्टार्टअप को नया आयाम दे सकते हैं. उन्होंने बताया कि एबिक ने गत 2 सालों में आरकेवीवाई (रफतार) के तहत 66 इनक्यूबेटी को दो महीने का प्रशिक्षण दिया है. जिसमें से 27 स्टार्टअपस को कृषि एवं कृषि कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा 3 करोड़ 15 लाख की राशि स्वीकृत की जा चुकी है. उन्होंने बताया कि इच्छुक उम्मीदवार के लिए कृषि क्षेत्र में अपना व्यवसाय स्थापित करने का यह एक सुनहारा अवसर है, जिसे पहल व सफल में आवेदन करके लाभ उठाया जा सकता है.


आवेदन की प्रक्रिया बिल्कुल निशुल्क रहेगी और आवेदन करने वाला प्रदेश या फिर निकटवर्ती राज्य का होना जरूरी है, जो हरियाणा में आकर अपना व्यवसाय स्थापित करने का इच्छुक हो. इसके अलावा आवेदन करने वाले का मुख्य आइडिया एग्री बॉयोटैक, बागवानी, जैविक खेती, पशुपालन, मत्स्य पालन, सूक्ष्म सिंचाई, कृषि अभियांत्रिकी, खेती मशीनीकरण, कम खर्च में अधिक उत्पादन, आपूर्ति श्रृखंला प्रबंधन, कटाई व कटाई के बाद की प्रक्रिया, खाद्य प्रक्रिया एवं मूल्य संवर्धन, कृषि में कृत्रिम बुद्धिमता इत्यादि का विशेष ध्यान रखना होगा.

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