हिसार: हरियाणा में निकाय चुनाव (haryana local body election) के लिए रणभेरी बज चुकी है. तमाम पार्टियां तैयारियों में जुटी हुई हैं. इस बार चुनाव में दिलचस्प यह रहेगा कि ज्यादातर नगर पालिका और नगर परिषद में पहली बार सीधे चेयरमैन का चुनाव हो रहा है. वहीं दूसरी तरफ सत्ता में गठबंधन के साथ चल रही दो पार्टियां आमने सामने मैदान में होगी. हिसार जिले में 2 शहरों में चुनाव होना है जिसमें हांसी नगर परिषद और बरवाला नगर पालिका का चुनाव होना है.
हांसी नगर परिषद (Hansi Municipal Council) के पिछले कार्यकाल में अब तक 5 बार महिलाएं अध्यक्ष की कुर्सी पर काबिज रहीं है. नगर निकाय के अध्यक्ष पद पर सबसे ज्यादा पंजाबी समाज के लोगों का दबदबा रहा है. अब तक सबसे ज्यादा बार पंजाबी समुदाय के नेता चेयरमैन की कुर्सी को हासिल करने में सफल रहे हैं. हांसी नगर परिषद के पिछले चुनाव की बात की जाए तो भाजपा समर्थित निर्मला सैनी चेयरपर्सन चुनी गई थी. इससे पहले 2010-15 तक कांग्रेस समर्थित रीना शर्मा हांसी नगर परिषद की चेयरमैन रही हैं.
हिसार में नगर निकाय चुनाव इस बार दिलचस्प है. हांसी नगर परिषद में कुल 27 वार्ड हैं. इन सभी वर्गों में मतदाताओं की सुविधा अनुरूप मतदान केंद्र बनाए गए हैं. इस बार नगर परिषद प्रधान पद के लिए मतदान करवाया जा रहा है. नगर परिषद हांसी में कुल 63 हजार 78 मतदाता हैं. जिनमें 33 हजार 284 पुरुष तथा 29 हजार 794 महिला मतदाता हैं. हांसी एसडीएम के अनुसार नगर परिषद हांसी के वार्ड नंबर 11, 19 तथा 26 को अनुसूचित जाति के उम्मीदवारों के लिए रिजर्व रखा गया है. वार्ड नंबर 1 तथा 27 को अनुसूचित जाति की महिला उम्मीदवारों के लिए रिजर्व किया गया है. उन्होंने बताया कि वार्ड नंबर 4 , 10, 12, 16, 17, 21 तथा 22 महिला उम्मीदवारों के लिए आरक्षित है.
बरवाला नगर पालिका 1983 में बनी थी. हिसार जिले में दूसरा चुनाव बरवाला नगर पालिका (Barwala Municipality hisar) में होना है. यह नगर पालिका 1983 में बनी थी. बरवाला नगर पालिका में भी चेयरमैन का चुनाव पहली बार सीधे तौर पर होना है. शहर में कुल वार्ड 19 हैं. करीब 31 हजार मतदाताओं द्वारा सीधे तौर पर शहर का चेयरमैन चुना जाना है. नए नियमों के तहत होने वाले चुनाव में इस बार चेयरमैन का पद अनारक्षित है. इस बार शहर में दूषित पानी की निकासी की समस्या सबसे हावी रहेगी. शहर में स्ट्रीट लाइट की सुविधा भी ठीक न होने व शहर के विकास का मुद्दा भी खास रहेगा. इससे पहले बीजेपी समर्थित प्रोमिला बादल चेयरमैन की कुर्सी पर रही हैं. 2010-15 में संतोष गर्ग कांग्रेस समर्थित नगर पालिका की चेयरमैन रही हैं. बरवाला नगरपालिका भ्रष्टाचार को लेकर हमेशा से चर्चा में रही है.
बरवाला नगर पालिका में कुल 19 वार्ड हैं