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ऑटो चालक का प्रण, 'जब तक हाथरस कांड के आरोपियों को फांसी नहीं मिलती, तब तक रहेंगे नंगे पैर' - हरियाणा व्यक्ति प्रण हाथरस कांड फांसी

हिसार के रहने वाले एक ऑटो चालक ने ये प्रण लिया है कि जब तक हाथरस कांड के रेपिस्टों को फांसी की सजा नहीं मिल जाती वो पैरों में जूता चप्पल नहीं पहनेंगे.

haryana auto driver swear hathras rape case
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Published : Oct 5, 2020, 9:28 AM IST

Updated : Oct 5, 2020, 1:00 PM IST

हिसार:यूपी के हाथरस कांड को लेकर देश भर में गुस्सा है. देश के कई राज्यों में हर रोज इस गैंगरेप और मर्डर केस को लेकर प्रदर्शन किए जा रहे हैं. हरियाणा में भी राजनीतिक दलों से लेकर सामाजिक संगठन तक हर कोई इस हैवानियत के विरोध में खड़ा है. कोई प्रदर्शन कर रहा है तो कोई कैंडल मार्च निकाल रहा है. वहीं हिसार के रहने वाले एक व्यक्ति ने तो ये प्रण ले लिया है कि जब तक इस मामले के आरोपियों को फांसी की सजा नहीं मिल जाती तब तक वो अपने पैरों में जूते चप्पल नहीं पहनेंगे.

रेपिस्टों को फांसी दिलाने के लिए ऑटो चालक ने लिया प्रण

हिसार निकटवर्ती गांव आर्यनगर के ऑटो चालक राजपाल बुमरा भाई तिरंगे वाला ने कहा कि वो एक सच्चे देशभक्त व महिलाओं का सम्मान करने वाले व्यक्ति हैं. देश प्रदेश में आए दिन हमारी बहन बेटियों के साथ दरिंदे अन्याय व अत्याचार करते रहते हैं. हाथरस में जो गैंगरेप व मर्डर हुआ है उसको लेकर राजपाल बेहद दुखी हैं इसलिए ऐसा प्रण लिया है.

हाथरस कांड में आरोपियों को सजा दिलाने के लिए ऑटो चालक ने लिया अनोखा प्रण, देखें वीडियो

बता दें कि, दिल्ली के निर्भया कांड में जिस दिन आरोपियों को सजा मिली थी उस दिन राजपाल ने अपने आटों में निशुल्क सवारियों को घुमाया था. इसके अलावा राजपाल रक्षाबंधन पर बहनों के लिए निशुल्क आटो चलाते हैं और दिव्यांग सवारियों से एक रुपया भी नहीं लेते. साथ ही घायल लोगों को निशुल्क अस्पताल पहुंचाते हैं.

क्या है हाथरस कांड ?

गौरतलब है कि यूपी के हाथरस में 14 सितंबर को 20 वर्षीय लड़की के साथ गैंगरेप किया गया था. पीड़िता के गांव के ही उच्च जाति के चार युवकों ने युवती के साथ कथित तौर पर गैंगरेप किया था. युवती खेतों में निर्वस्‍त्र अवस्‍था में मिली थी.

उसके शरीर पर कई जगह चोट के निशान थे और हड्डियां टूटी हुई थीं. उसकी जीभ भी काट दी गई थी. गैंगरेप पीडि़त की 29 सितंबर को दिल्‍ली के एक अस्‍पताल में मौत हो गई थी और पुलिस ने रात में ही उसका अंतिम संस्‍कार कर दिया. परिवार भी अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सका था. इसके बाद पूरे देश में विरोध प्रदर्शन शुरू हो गए थे.

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Last Updated : Oct 5, 2020, 1:00 PM IST

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