हिसार: बेटियों से ही घर के आंगन में रौनक होती है. मगर एक मां की ममता ने इन बातों को नहीं समझा. ऐसा ही मामला सामने आया है हिसार से. यहां अग्रोहा धाम के सरोवर के पास बने महिला शौचालय के वॉश बेसिन में एक महिला चार माह की बच्ची को छोड़ कर चली गई.
शौचालय के पास से निकल रहे धाम के मैनेजर ने रोती बच्ची की आवाज सुनी और अंदर देखा. वॉश बेसिन में चार माह की बच्ची थी और माथे पर काला टीका था. बच्ची ने पीले रंग के कपड़े पहने हैं और उसे कंबल में लिटाकर छोड़ दिया गया था.
चाइल्ड हेल्प लाइन, क्राइम ब्रांच और पुलिस की टीम ने बच्ची का मेडिकल करवाया. सीसीटीवी में सामने आया कि बच्ची को कोई एक महिला छोड़ कर गई है, उसकी तलाश की जा रही है.
महिला दिवस पर 4 महीने की बच्ची को शौचालय में छोड़ गई एक मां. ये भी पढ़ें-राज्यमंत्री कमलेश ढांडा ने कलायात में खुला दरबार लगाकर सुनी जनता की समस्याएं
धाम के मैनेजर संदीप कुमार ने बताया कि वे पिछले दस साल से मंदिर में कार्यरत हैं. दोपहर करीब 12 बजे सरोवर के पास बने शौचालय से आवाज सुनी तो बच्ची मिली. उसी समय संदीप ने पुलिस को सूचित कर चाइल्ड हेल्प लाइन नंबर पर सूचित किया.
सूचना मिलने के बाद अग्रोहा थाने से एएसआई कमला, स्टेट क्राइम ब्रांच टीम इंस्पेक्टर अशोक कुमार के नेतृत्व में चाइल्ड हेल्प लाइन के सदस्य कुलदीप कुमार मंदिर में पहुंचे. वहां से बच्ची को लेकर उन्होंने अग्रोहा मेडिकल में जांच करवाई. वहीं क्राइम ब्रांच की टीम यह भी जांच कर रही है कि कहीं कोई बच्ची को चुरा कर तो नहीं लाया और डर के कारण यहां छोड़ गया हो.
अग्रोहा मेडिकल सेंटर सीएमओ डा. राहुल गौतम व बाल रोग विशेषज्ञ चिकित्सकों द्वारा बच्ची की फिटनेस जांच कर उसे पुलिस क्राइम टीम व चाइल्ड हेल्प लाइन सदस्यों के हवाले कर दिया गया. क्राइम ब्रांच इंस्पेक्टर अशोक कुमार ने बताया कि बच्ची की फिटनेस पूर्ण रूप से सही पाई गई है. चाइल्ड वेलफेयर कमेटी (सीडब्ल्यूसी) के चेयरमैन एडवोकेट पुनीत गर्ग ने बताया कि बच्ची उनके पास पहुंच गई है. उसकी देखभाल की जा रही है.
ये भी पढ़ें-राज्यसभा चुनाव में भी हाथ आजमाएगी JJP? दुष्यंत चौटाला ने दिया ये जवाब