हिसार: ढंढूर में बने गौ अभ्यारण्य में शनिवार को एकबार फिर एकसाथ लगभग 14 गायों की मौत हो गई. पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उपनिदेशक डॉ. डीएस सिंधू ने विभाग की टीम के साथ गौ अभ्यारण्य का दौरा किया.
इस दौरान उपनिदेशक डॉ. सिंधू ने प्रशासन द्वारा शहर के अलग-अलग स्थानों से पकड़कर गौ-अभ्यारण्य में रखे गए गौ वंश के स्वास्थ्य की स्थिति के बारे में जानकारी ली. टीम ने बीमार पशुओं के लिए अलग से बनाए गए आईसीयू शेड का मुआयना किया और बीमार गौवंश के लिए किए गए प्रबंध और इलाज आदि की जानकारी ली. टीम में विभाग के उपमंडल अधिकारी डॉ. शीला सिंह, वेटरनरी सर्जन डॉ. संजय अरोड़ा, डॉ. मुनीश यादव और अमित शर्मा आदि शामिल थे.
इस दौरान टीम ने मौके पर एक मृत गाय का पोस्टमार्टम किया तो उसके पेट में लगभग 20 किलोग्राम पॉलीथिन भरा हुआ था. उस गाय में लीवर और फेफड़ों पर बीमारी के लक्षण थे, जो अक्सर खून और आवश्यक तत्वों की कमी के कारण हो जाते हैं.
डॉ. सिंधु के अनुसार अत्याधिक सर्दी के कारण अधिक आयु के कमजोर पशु और छोटे बछड़े और बछड़ियां तापमान नियंत्रण सिस्टम पर प्रतिकूल प्रभाव होने से अक्सर स्ट्रेस में आ जाते हैं और पशु की मृत्यु हो जाती है, जोकि एक प्राकृतिक और संभावित प्रक्रिया है. शरीर की रोग प्रतिरोधी शक्ति कम होने के कारण पशु खड़ा नहीं हो पाता, जिससे शरीर की सामान्य गतिविधियां बुरी तरह प्रभावित हो जाती हैं.
सुस्त और कमजोर पशुओं का विशेष ध्यान रखने के निर्देश
डॉ. डीएस सिंधू ने बताया कि पशुपालन विभाग द्वारा वेटरनरी सर्जन, पशुधन सहायक और पशु परिचर की ड्यूटी पशुओं की स्वास्थ्य जांच कर बीमार पशुओं को चिकित्सा सुविधा उपलब्ध करवाने के लिए लगाई हुई हैं.