गुरुग्राम:हरियाणा में लंपी स्किन डिजीज (Lumpy skin disease in Haryana) के केस लगातार सामने आ रहे हैं. पशुओं में होने वाली इस बीमारी से पशुपालकों की चिंता भी बढ़ती जा रही है. लंपी स्किन डिजीज के बढ़ते मामलों को देखते हुए गुरुग्राम धारा 144 लगा दी गई है. धारा 144 लगने से पशुुपालक पशुओं को जिले से बाहर न तो ले जा सकेंगे और न ही जिले के अंदर कोई पशु ला सकेंगे.
गुरुग्राम में लंपी वारस पर लगाम लगाने के लिए जिला उपायुक्त ने बैठक कर 25 टीमों का गठन किया है. लंपी स्किन डिजीज पशुओं में होने वाली एक ऐसी बीमारी है जो एक पशु से दूसरे पशु में फैलती है. गुरुग्राम पशुपालन विभाग ने साफतौर पर कहा है कि लंपी स्किन डिजीज से प्रभावित पशु इंसानों को ग्रसित नहीं करेंगे लेकिन इनका दूध इन्फेक्टेड होता है इसलिए इसे उबालकर पिएं. वहीं पशुपालन विभाग की तरफ से लोगों से भी अपील की गई है कि यदि किसी भी पशु को लंपी स्किन डिजीज के लक्षण नजर आ रहे हैं तो इसकी जानकारी तुरंत पशुपालन विभाग को दी जाए और कुछ पशु को दूसरे बच्चों से अलग बांधा जाए.
लंपी स्किन डिजीज को लेकर गुरुग्राम में धारा-144 लागू लंपी स्किन डिजीज के लक्षण(Symptoms of Lumpy Skin Disease) की बात करें तो पशु को तेज बुखार आना इसके साथ ही शरीर पर मोटे धब्बे हो जाना इसके लक्षण है. लंपी डिजीज को लेकर लोगों में दहशत का माहौल बना हुआ है. हालांकि पशुपालन विभाग की ओर से पहले निर्देश दे दिए गए हैं कि यह बीमारी पशुओं से इंसानों में नहीं फैलती है. लंपी वायरस के मामले अभी तक केवल गौवंश में ही देख गये हैं.
गुरुग्राम जिला प्रशासन की तरफ से अभी तक 8 हजार से ज्यादा पशुओं का टीकाकरण किया जा चुका है. हालांकि गुरुग्राम में (Lumpy skin disease infection in Gurugram) लंपी स्किन डिजीज का संक्रमण अभी तक किसी भी पशु में नहीं पाया गया है. लेकिन लगातार फैलती इस बीमारी के बीच गुरुग्राम में इसकी दस्तक ना हो इसके मद्देनजर टीकाकरण समेत तमाम (Lumpy skin disease Vaccine) तैयारियां पहले से ही कर ली गई हैं. इसके लिए बकायदा लोगों को गांव-गांव जाकर जागरूक भी किया जा रहा है.
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