गुरुग्राम: स्वास्थ्य मंत्रालय की नई गाइडलाइंस का हवाला देते हुए गुरुग्राम के सिविल सर्जन डॉक्टर जेएस पुनिया ने बताया कि जब हॉटस्पॉट एरिया में कोरोना पॉजिटिव मरीज ठीक हो जाएगा यानि जब उसकी सैंपल टेस्ट रिपोर्ट नेगेटिव आ जाएगी, उसके 28 दिन बाद ही उस कंटेंटमेंट जॉन को खोला जा सकता है. बशर्तें कि उस क्षेत्र में कोरोना संक्रमण का कोई नया केस ना आए.
उन्होंने बताया कि किसी क्षेत्र में यदि कोरोना पॉजिटिव मरीज पाया जाता है तो उस क्षेत्र को हॉटस्पॉट घोषित करके उसे कन्टेनमेंट जॉन बना दिया जाता है. जिसमें क्षेत्र के रहने वाले लोग ना तो बाहर जा सकते हैं और ना ही बाहर से कोई व्यक्ति उस जॉन में प्रवेश कर सकता है.
ये भी पढ़ें-हरियाणा में फूटा 'कोरोना बम' एक दिन में 66 केस, 192 हुए एक्टिव केस
साथ ही साथ उस जॉन में स्वास्थ्य विभाग की टीम द्वारा कोरोना संक्रमितों का पता लगाने के लिए डोर टू डोर सर्वे किया जाता है और क्षेत्र को कोरोना संक्रमण मुक्त करने के लिए दवा का छिड़काव किया जाता है.
गौरतलब है कि गुरुग्राम जिले में रिपोर्ट हुई पॉजिटिव केसों के आधार पर 24 घंटे में जॉन बनाए हुए हैं. प्रत्येक कंटेनमेंट ऑपरेशन तब पूरा माना जाएगा जब प्रत्येक जॉन में आखिरी पॉजिटिव केस की रिपोर्ट नेगेटिव आने के 28 दिन तक कोई भी नया के सामने नहीं आता है. तभी उस कंटेंटमेंट जॉन को खोला जाएगा अन्यथा स्थिति ज्यों की त्यों रहेगी.
बता दें कि हरियाणा में कोरोना मरीजों को आंकड़ा लगातार बढ़ रहा है. रविवार को ही हरियाणा से 45 नए मामले सामने आए हैं. जिसके साथ ही हरियाणा में कुल मरीजों की संख्या 442 हो गई है जिसमें से एक्टिव मरीजों की संख्या 192 है. वहीं गुरुग्राम में अब तक सामने आए 72 केसों में से 34 मामले अभी भी एक्टिव हैं. गुरुग्राम, फरीदाबाद, पलवल, नूंह आदि हरियाणा में कोरोना के हॉटस्पॉट क्षेत्र माने गए हैं.
ये भी पढ़ें-गुरुग्राम: लॉकडाउन-3 में मिलेंगी कई रियायतें, पढ़िए कौन-कौन सी दुकानें आज से खुलेंगी