गुरुग्राम: गुरुग्राम नगर निगम (Gurugram Municipal Corporation) हमेशा भ्रष्टाचार को लेकर सुर्खियों में रहा है. चाहे हाउस टैक्स में भ्रष्टाचार की बात हो या फिर टैक्सेशन और विकास कार्यो में भ्रष्टाचार की बात हो. बीते कई महीनों से नगर निगम में कार्यरत अधिकारियों की कार्यशैली पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते रहे हैं जिसकी जांच नगर निगम विजिलेंस की टीम कर रही है.
गुरूग्राम नगर निगम में भ्रष्टाचार पर मेयर मधु आजाद बोलीं-राजनेता अपने अधिकारियों को गुरुग्राम ना भेजे - गुरूग्राम नगर निगम में भ्रष्टाचार
Gurugram Municipal Corporation सिविल लाइंस स्थित स्वतंत्रता सेनानी सभागार में बृहस्पतिवार को गुरुग्राम नगर निगम के सदन की बैठक हुई. बैठक में शहर के वार्डों में स्ट्रीट लाइटें नहीं लगाने और एन्फोर्समेंट द्वारा अवैध रेहड़ियों को नहीं हटाए जाने का मुद्दा गरमाया रहा.
बैठक के बाद गुरुग्राम नगर निगम की मेयर मधु आजाद मीडिया से भी मुखातिब हुई. इस दौरान मेयर मधु आजाद ने मीडिया के सामने बैठक में चर्चा किए गए मुद्दों के बारे में जानकारी दी. इसके अलावा मेयर ने गुरुग्राम नगर निगम में भ्रष्टाचार (Corruption In Gurugram Municipal Corporation) को लेकर मेयर मधु आजाद ने सत्ता में बैठे नेताओ पर तंज कसते हुए कहा कि ' गुरुग्राम में राजनेता अपने अधिकारियों को भेजे, काबिल अधिकारियों को भेजे.'
पार्षद अश्विनी ने बताया कि गुरूग्राम नगर निगम की बैठक में उन्होंने दो एजेंडे रखे थे. उन्होंने पहला मुद्दा यह था देवी लाल कॉलोनी में कुछ गलियां जो आरएमसी में बननी थी. दूसरा सेक्टर 9 में सड़क की हालत खराब होने का मुद्दा भी उठाया था. उन्होंने कहा कि उनके दोनों ही एजेंडे पास हो गए हैं. एक्सईएन ने प्रतिक्रिया दी है कि इस्टीमेट बन गए हैं. ई टेंडरिंग की प्रक्रिया में हैं. इसके अलावा बैठक में शहर के वार्ड में सफाई व्यवस्था का मुद्दा भी उठाया गया था.