गुरुग्राम: कोरोना वायरस संक्रमण की वजह से देशभर में लागू किए गए लाॅकडाउन में गृह मंत्रालय द्वारा कुछ छूट दिए जाने के बाद गुरुग्राम में धीरे-धीरे जिंदगी पटरी पर लौटनी शुरू हो गई है और जिले में सुरक्षा उपायों के साथ औद्योगिक तथा वाणिज्यिक गतिविधियां चरणबद्ध तरीके से शुरू की जा रही हैं.
गुरुग्राम में 1330 औद्योगिक व अन्य वाणिज्यिक इकाइयों को काम करने की सशर्त अनुमति प्रदान की गई है, जिसमें सभी आवश्यक वस्तुएं बनाने वाली तथा गैर जरूरी सामान का निर्माण करने वाली इकाइयां शामिल हैं. इन इकाइयों में 1 लाख 6 हजार 751 कामगारों को रोजगार मिला है. इनके अलावा, गृह मंत्रालय के आदेशानुसार जिला के शहरी तथा ग्रामीण क्षेत्रों में वाणिज्यिक गतिविधियों के तहत दुकानें खुलने लगी हैं.
कोविड-19 के सुरक्षा उपायों का रखना होगा ध्यान
उपायुक्त अमित खत्री ने कहा कि उद्योग एवं वाणिज्य विभाग के माध्यम से ऑनलाइन आवेदनों का निपटान करते हुए इस बात का भी ध्यान रखा गया कि कार्यस्थल पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो और निरंतर सैनिटाइज संबंधी गतिविधियां भी जारी रहें. स्वास्थ्य सुरक्षा की दृष्टि से जहां एक ओर सावधानी बरतने की जरूरत है, वहीं लॉकडाउन में श्रमिकों को किसी भी प्रकार से रोजगार की चिंता न हो, इसके लिए औद्योगिक इकाइयों को अब आवेदन करने पर ऑटोमैटिक अनुमति मिल रही है. उन्हें आवेदन के साथ एसओपी संलग्न करनी जरूरी है जिसमें सोशल डिस्टेंसिंग, कोविड-19 से सुरक्षा के उपाय आदि का उल्लेख हो.
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सरल हरियाणा पोर्टल पर देना होगा आवेदन
उन्होंने कहा कि आवश्यक वस्तुओं का उत्पादन करने वाली इकाइयां तो लाॅकडाउन में भी संचालित हो रही थी और अब गृह मंत्रालय की गाइडलाइन्स का पालन करते हुए गैर जरूरी वस्तुएं बनाने वाली इकाइयों को भी संचालन की अनुमति दी जा रही है. पहले हर इकाई की एसओपी देखकर सरकार द्वारा गठित कमेटियों द्वारा अनुमति दी जा रही थी लेकिन अब इसमें और ढील देते हुए ऑटो परमिट कर दिया गया है. सरल हरियाणा पोर्टल पर आवेदन करने के बाद उद्योग विभाग की ओर से औद्योगिक इकाइयों को ऑटोमैटिक अनुमति प्राप्त हो रही है. इसकी समीक्षा डैशबोर्ड पर चंडीगढ़ मुख्यालय पर की जा रही है.