गुरुग्राम:साइबर सिटी गुरुग्राम में कूड़े पर राजनीति शुरू हो गई है. नगर निगम का कूड़ा नगर पालिका में डालने की इजाजत नहीं दी गई जिसके बाद अब कूड़ा नूंह जिले में एक प्राइवेट जमीन पर डाला जा रहा है. इसके लिए गुरुग्राम नगर निगम ने एग्रीमेंट किया है. लेकिन वहां भी अस्थाई तौर पर कूड़ा डालने का काम शुरू हुआ है. अब ऐसे में शहर के कूड़े को लेकर नगर निगम को बड़ी परेशानी उठानी पड़ सकती है.
गुरुग्राम के नगर निगम को जिले का कूड़ा डालने के लिए जगह नहीं मिल रही है. नगर निगम ने जिन-जिन इलाको में डंपिंग स्टेशन बनाने की तैयारियां शुरू की. वहां के स्थानीय लोगों या फिर सरपंच ने मना कर दिया. जिसके कारण नगर निगम को कूड़ा डालने के लिए नूंह जाना पड़ रहा है. जानकरी के मुताबिक नूंह की एक प्राइवेट जमीन का एग्रीमेंट कर वहां कूड़ा डाला जा रहा है. हालांकि वहां भी काम अस्थायी तौर ही हुआ है. नगर निगम अभी भी जगह तलाशने में जुटा है.
नगर पालिका ने नगर निगम का कूड़ा डालने से मना किया
डंपिंग स्टेशन बनाने के लिए नगर निगम ने गुरुग्राम के बसई गांव और फरुखनगर इलाके में कूड़ा डालने का प्लान किया. लेकिन जहां बसई के स्थानीय लोगों ने डेंगू-मलेरिया का हवाला देकर मना कर दिया तो वहीं फरुखनगर के लोगों ने भी नगर निगम का कूड़ा नगर पालिका में डालने से मना कर दिया. लोगों ने कहा कि पंचायत कर फैसला लिया की नगर निगम का कूड़ा नगर निगम में ही डाला जाए.
आपको बता दें की फरुखनगर में गौचर की भूमि है. जहां कोर्ट ने 5 एकड़ रिजर्व कर बाकि बची जमीनों में नगम पालिका को काम करने की इजाजत दे दी है लेकिन नगर पालिका के सरपंचों और स्थानीय लोगों ने विधायक से मिलकर कूड़ा डालने से मना कर दिया.