चंडीगढ़: साइबर सिटी गुरुग्राम के सिविल लाईंस स्थित स्वतंत्रता सेनानी जिला परिषद भवन में नगर निगम के सदन की सामान्य बैठक (Gurugram Municipal Corporation meeting) की गई. बैठक की अध्यक्षता नगर निगम की मेयर मधु आजाद ने की. बैठक में गुरुग्राम के विकास से जुड़े विभिन्न प्रस्तावों पर चर्चा करते हुए उन्हें पास किया गया. बैठक में निगम पार्षदों ने अपने क्षेत्रों की समस्याओं और विकास कार्यों के प्रस्ताव सदन के समक्ष रखे. बैठक में मेयर मधु आजाद ने अधिकारियों को निर्देश देखते हुए कहा कि इस बार होने वाली बरसात में किसी भी सूरत में जलभराव नहीं होना चाहिए. इसके लिए पहले से ही सभी प्रकार के पुख्ता प्रबंध कर लिए जाएं.
गुरुग्राम मेयर की चेतावनी, इस बार जलभराव होने पर अधिकारियों को सीएम देखेंगे
गुरुग्राम में जलभराव की समस्या (water logging problem in gurugram) को देखते हुए सोमवार को नगर निगम आयुक्त और मेयर ने बैठक की. इस मीटिंग में गुरुग्राम की मेयर मधु आजाद ने अधिकारियों को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर इस मौसम में गुरुग्राम में जलभराव हुआ तो अधिकारियों को सीएम मनोहर लाल देखेंगे.
मेयर मधु आजाद ने कहा कि अगर शहर में जलभराव की समस्या आती है तो संबंधित अधिकारियों की जवाबदेही तय की जाएगी. और उनके खिलाफ कार्रवाई के लिए मुख्यमंत्री मनोहर लाल एवं केन्द्रीय मंत्री राव इन्द्रजीत सिंह को सिफारिश भेजी जाएगी. गुरुग्राम नगर निगम के आयुक्त मुकेश कुमार अहूजा ने प्रॉपर्टी टैक्स सर्वे में खामियों को लेकर कहा कि पुराने डाटा तथा नए डाटा को मैच करके जो खामियां सामने आएंगी उनका समाधान प्राथमिकता के आधार पर किया जाएगा. उन्होंने बताया कि नगर निगम गुरुग्राम के भवनों में बिजली बचत के लिए सोलर प्लांट लगाए जाएंगे.
प्रथम चरण में वार्ड-13 और 14 से इसकी शुरूआत की जाएगी. इसके अलावा, जोन वाईज नियमित कैंप लगाए जाएंगे. स्ट्रीट लाईट मामले पर निर्णय लिया गया कि जैम पोर्टल से स्ट्रीट लाईट की खरीद करके वार्डों में निगम पार्षद द्वारा बताई गई जगहों पर लगाया जाएगा. बैठक में विभिन्न स्थानों पर लगे साईन बोर्डों के बारे में निर्णय लिया गया कि सभी संयुक्त आयुक्त अपने-अपने एरिया में सर्वे करवाएंगे तथा जो साईन बोर्ड गलत लगे हुए हैं, उन्हें हटाया जाएगा. शहर में जगह-जगह लगने वाली विज्ञापन सामग्री के लिए जगह चिन्हित की जाएगी. बैठक में निगमायुक्त ने सभी कार्यकारी अभियंताओं को निर्देश दिए कि वे इसी सप्ताह जलभराव वाली जगहों पर पर्याप्त संख्या में मशीनरी लगा दें.