चंडीगढ़: प्रदेशभर में लॉकडाउन के दौरान अनाज मंडियों में किसानों को हो रही परेशानी को देखते हुए हरियाणा के उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने अनाज मंडियों में सरसों और गेहूं की खरीद प्रक्रिया की मॉनिटरिंग की ताकि गेहूं की खरीद सुचारू रूप से की जा सके.
इस दौरान मौके पर ही शिकायत के निवारण के लिए अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रधान सचिव स्तर के अधिकारियों को नोडल अधिकारी लगाने के साथ-साथ जिला उपायुक्तों द्वारा प्रत्येक मंडी में खरीद केंद्र के लिए खरीद अधिकारी और इनके साथ एक लेखा लिपिक की भी ड्यूटी अलग से लगाई गई है.
बता दें कि उपमुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला के पास खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग का भी कार्यभार है. इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए उन्होंने बताया कि किसान को उसकी गेहूं की फसल की खरीद का भुगतान और आढ़ती को उसकी ढाई प्रतिशत आढ़त का भुगतान साथ-साथ हो इसके लिए 22,000 करोड़ कैश क्रेडिट का प्रबंध पहले किया जा चुका है.
उन्होंने कहा कि विपक्षी पार्टियों के कुछ नेताओं को लॉकडाउन के बावजूद भी सुचारू रूप से चल रही फसल की खरीद प्रक्रिया हजम नहीं हो रही है. लॉकडाउन के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग मेंटेन रखते हुए गेहूं और सरसों की रिकॉर्ड तोड़ खरीद हुई है. खरीद की उपरांत उठान प्रक्रिया में लगे सभी वाहनों में जीपीएस सिस्टम लगाया गया. ट्रैक्टर ट्रॉली को भी उठान के लिए अनुमति दी गई है.
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उन्होंने बताया कि गेहूं के लिए इस बार मंडियों की संख्या 389 थी जिसमे नए 1507 अतिरिक्त केंद्र जोड़कर 1825 किया गया. जबकि सरसों के लिए 71 मंडियों से बढ़ाकर 112 नए खरीद केंद्र जोड़कर 182 किया गया. इसी प्रकार चने के लिए भी 30 मंडियों और खरीद केंद्र स्थापित किए गए. उन्होंने बताया कि गेहूं की खरीद 1925 प्रति क्विंटल सरसों की 4425 प्रति क्विंटल और चने की 4875 रुपए प्रति कुंटल की न्यूनतम समर्थन मूल्य के साथ खरीद की जा रही है.