गुरुग्राम: क्राइम ब्रांच की टीम ने सात महीने पुराने पटौदी ब्लाइंड मर्डर केस (Pataudi Blind Murder Case) की गुत्थी को सुलझाने में कामयाबी हासिल कर ली है. पुलिस ने इस मामले में मृतक व्यक्ति के एक खास दोस्त को गिरफ्तार किया है. बता दें कि 9 फरवरी 2022 को दलीप नाम के एक व्यक्ति की हत्या कर दी गई थी.
पुलिस ने मामले की जानकारी देते हुए बताया कि सात महीने पर पटौदी में राजपुरा के पास एक अज्ञात व्यक्ति की लाश बरामद हुई (Dead Body Found In Gurugram) थी. मृतक का शव पूरी तरह खून से लथपथ था. उसके शरीर पर चोट के गंभीर निशान थे. पुलिस ने शिनाख्त की कोशिश की लेकिन मृतक की पहचान नहीं हो पाई. अगले दिन मृतक के परिवार वालों ने उसकी पहचान दलीप के रूप में की. दलीप दिल्ली का रहने वाला था और रेवाड़ी में काम करता था. इसके बाद पुलिस ने इस मामले धारा 302 के तहत केस दर्ज किया था.
पुलिस ने बताया कि जांच के दौरान पता चला कि गुरूग्राम में दलीप का किडनैप किया गया (Man Kidnap In Gurugram) था. किडनैपर्स ने दलीप के दोस्तों से 15 लाख रुपये की डिमांड की थी. दलीप के दोस्त किडनैपर्स के पास नौ लाख रुपये लेकर पहुंचे थे. लेकिन अपहरणकर्ताओं ने मृतक के दोस्तों नौ लाख रुपये लूट लिए. इसके अलावा आरोपियों मृतक के गले में पड़ी हुई सोने की चेन, अंगूठी और दलीप की गाड़ी को लूट ले गए.
पटौदी ब्लाइंड मर्डर केस पुलिस के लिए काफी चुनौती बना हुआ था. दरअसल इस मामले में कोई भी सुराग पुलिस के हाथ नहीं था. जिसकी वजह से पुलिस अपराधियों तक नहीं पहुंच पा रही थी. काफी दिन बाद सीआईए फर्रुखनगर की टीम ने कड़ी से कड़ी जोड़ते हुए वारदात में शामिल दो आरोपियों तक पहुंची. इसके बाद पुलिस ने दोनों को पश्चिम बंगाल से गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तार आरोपियों की पहचान कृष्ण कुमार और आसीन बनर्जी के रूप में हुई. पुलिस ने आरोपियों के पास लूटे गए 9 लाख रुपये भी बरामद किए हैं.